कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने रविवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई के संदर्भ में दीपक जलाने की जो अपील की है वह भाजपा का ‘छिपा हुआ एजेंडा’ है। कुमारस्वामी ने मोदी को चुनौती दी कि वह अपनी अपील के लिए एक विश्वसनीय वैज्ञानिक और तर्कसंगत स्पष्टीकरण दें।
The government is yet to provide PPEs for doctors and make test kits affordable for the common man. Without telling the nation what concrete steps are being taken to combat COVID-19 menace, the prime minister is giving meaningless tasks to an already exhausted population.
2/3— H D Kumaraswamy (@hd_kumaraswamy) April 5, 2020
जदएस नेता कुमारस्वामी ने ट्वीट कर कहा कि “क्या प्रधानमंत्री ने देश को भाजपा के स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर मोमबत्ती जलाने के लिए कहा है? छह अप्रैल इसका स्थापना दिवस है, इस आयोजन के लिए इस तारीख और समय चुनने को और क्या समझा जा सकता है? मैं प्रधानमंत्री को चुनौती देता हूं कि वह एक विश्वसनीय वैज्ञानिक और तर्कसंगत स्पष्टीकरण दें।”
कुमारस्वामी ने कहा कि राष्ट्रीय संकट को आत्म अभ्युदय के लिए इस्तेमाल करना शर्मनाक है और वैश्विक विपत्ति की स्थिति में अपनी पार्टी के छिपे हुए एजेंडे को आगे बढ़ाना शर्मनाक है। प्रधानमंत्री को सद्बुद्धि आये। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार द्वारा डॉक्टरों को व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) प्रदान करना और आम लोगों के लिए जांच किट किफायती बनाना अभी बाकी है।
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पूर्व प्रधानमंत्री एवं जदएस सुप्रीमो एच डी देवेगौड़ा के पुत्र कुमारस्वामी ने दावा करते हुए कहा कि देश को यह बताए बिना कि कोविड-19 खतरे से निपटने के लिए क्या ठोस कदम उठाए जा रहे हैं, प्रधानमंत्री पहले से ही परेशान आबादी को बेमतलब के काम थमा रहे हैं।
बता दें कि प्रधानमंत्री ने शुक्रवार को लोगों से आग्रह किया था कि वे रविवार को रात नौ बजे से नौ मिनट के लिए अपने घरों की लाइटें बंद कर दें और दीये, मोमबत्तियां, मोबाइल फोन की टॉर्च जलाकर कोरोना वायरस को हराने के लिए देश के ‘‘सामूहिक संकल्प’’ को प्रदर्शित करें।