भुवनेश्वर : हत्या के एक मामले में छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए ओडिशा के पूर्व विधायक अनूप साई के परिजनों ने मामले की सीबीआई जांच की मांग की है। उनका आरोप है कि इस मामले में पुलिस ने पक्षपातपूर्ण तरीके से जांच की है। रायगढ़ पुलिस ने आरोपों को खारिज किया है।
ओडिशा पुलिस ने साई को 13 फरवरी को गिरफ्तार किया था। वह 2016 में मां-बेटी की हत्या के एक मामले में मुख्य संदिग्ध थे ।
एक अधिकारी ने बताया कि कल्पना दास नाम की महिला और उनकी नाबालिग बेटी को चार पहिया वाहन से कुचल दिया गया था ताकि उनकी पहचान नहीं हो सके।
साई के वाहन चालक वर्धन टोप्पो को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। साई के परिजनों ने छत्तीसगढ़ पुलिस पर परेशान करने का आरोप लगाया है। उनकी मां, पत्नी, बच्चों, भाई तथा अन्य रिश्तेदारों ने रविवार को झारसुगुड़ा जिले में जिलाधिकारी के कार्यालय के बाहर धरना दिया। हालांकि जिलाधिकारी एस.के.सामल के आश्वासन के बाद धरना खत्म हो गया।
साई के भाई प्रमोद ने कहा, ‘‘हमें धमकियां मिल रहीं थी जिसके कारण मेरे भाई ने मजबूरन अपराध स्वीकार किया। हम मामले की सीबीआई जांच की मांग करते हैं।’’