एसबीआई के पूर्व चेयरमैन प्रतीप चौधरी को राजस्थान की जैसलमेर पुलिस ने होटल की संपत्ति को एनपीए घोषित कर सस्ते दाम में बेचने के आरोप में दिल्ली से गिरफ्तार किया है। उनकी गिरफ्तारी कोर्ट के ‘मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी’ के आदेश पर हुई है। जैसलमेर पुलिस उन्हें दिल्ली से गिरफ्तार कर वापस जैसलमेर ले गई है।
वर्ष 2008 का है मामला
पुलिस के बताया कि, जब प्रतीप चौधरी बैंक के चेयरमैन थे तब होटल ग्रुप ने 2008 में एसबीआई से कंस्ट्रक्शन के लिए 24 करोड़ रुपये का कर्ज लिया था। उस समय होटल समूह का एक और होटल सुचारू रूप से चल रहा था। उसके बाद जब समूह ऋण राशि नहीं चुका सका तो बैंक ने समूह के दोनों होटलों को गैर-निष्पादितपरिसंपत्ति मानकर जब्त कर लिया और करीब 200 करोड़ रुपये की संपत्ति को ‘नॉन परफॉर्मिंग एसेट’ (एनपीए) घोषित कर 25 करोड़ रुपये में बेच दिया। यह संपत्ति, वास्तव में, ऋण के बदले में जब्त की गई थी।
जिस कंपनी को बेचा था होटल, रिटायरमेंट के बाद उसी में बने डायरेक्टर
जब होटल ग्रुप के साथ यह धोखाधड़ी हुई तो इसके बाद होटल समूह ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। इसी बीच 2016 में इसे खरीदार कंपनी ने अपने कब्जे में ले लिया और 2017 में जब इस संपत्ति का मूल्यांकन किया गया तो इसका बाजार मूल्य 160 करोड़ रुपये पाया गया। वहीं रिटायरमेंट के बाद प्रतीप चौधरी उसी कंपनी में डायरेक्टर के तौर पर शामिल हो गए, जिसे यह होटल बेचा गया था। फिलहाल इन होटलों की कीमत 200 करोड़ रुपए आंकी जा रही है। इसी मामले में जैसलमेर की सीजेएम कोर्ट ने प्रतीप चौधरी को गिरफ्तार करने का आदेश दिया था।