पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस महामारी की कड़ी को तोड़ने के लिए शनिवार सुबह से पूर्ण लॉकडाउन शुरू हो गया। राज्य में कोरोना वायरस के नये मामलों और इसके कारण मरने वालों की बढ़ती की संख्या को देखते हुए सप्ताह में दो दिन पूर्ण लॉकडाउन लागू करने का फैसला किया गया है।
स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण से 35 और लोगों की मौत हो गयी और कोरोना संक्रमित 2516 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या 53,973 तक पहुंच गयी है जबकि कुल संक्रमितों में 62 फीसदी इस वायरस के संक्रमण से निजात पा चुके हैं।
राज्य में कोरोना संक्रमण से अभी तक 1290 मरीजों की मौत हो चुकी है जिनमें से सर्वाधिक कोलकाता में 658 लोग मारे गये हैं और उत्तरी 24 परगना में 257 और हावड़ में 162 लोगों की जान जा चुकी है।
संक्रमण के नये मामले और मृतकों की संख्या में वृद्धि को देखते हुए पुलिस और उसके आसपास जिलों ने राज्यव्यापी कार्रवाई करने के लिए पूर्ण लॉकडाउन लागू किया। राज्य सरकार ने सप्ताह में दो दिन का लॉकडाउन लागू करने की घोषणा की। गुरुवार को भी पूर्ण लॉकडाउन देखा गया और अब 29 जुलाई को इसे लागू किया जायेगा। पूरे राज्य की स्थिति का आकलन करने के बाद सोमवार को लॉकडाउन की अन्य तारीख तय की जाएगी।
राज्य सरकार को उम्मीद है कि इस दौरान लोग लॉकडाउन के नियमों का पालन करेंगे जिससे राज्य में कोरोना वायरस की कड़ी टूट जाएगी। लॉकडाउन के कारण कोलकाता महानगर में वीरानी छाई हुई है और विभिन्न जंक्शनों पर पुलिस बल तैनात जो हर तरह की निगरानी कर रहे हैं।
पूर्ण लॉकडाउन के दौरान स्वास्थ्य सेवाएं, दवा की दुकानें और अन्य आपातकालीन सेवाओं के लिए छूट रहेगी। कोलकाता पुलिस ने ट्वीट कर कहा है कि कोरोना के खिलाफ जंग में मास्क सबसे बड़ हथियार है। लोगों को यह सुनिश्चित करना कि मास्क को ठीक से पहना जाए। कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए एहतियात बहुत जरूरी है।