पटना : पूर्व मंत्री अर्जुन राय ने कहा कि मुजफ्फरपुर कांड में मंत्री को इस्तीफा दिलाने से पाप का पर्दा नहीं हट सकता। बिना जांच-पड़ताल के निजी संस्था को फंडिंग करना राज्य सरकार पर सवाल खड़ा करता है। इस प्रकरण को दबाने की कोशिश किया गया था। लोजद कार्यालय में पत्रकारों से वार्तालाप कर श्री राय ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के जजों के टिप्पणी से स्पस्ट होता है कि राज्य सरकार के इशारे पर लिगल तरीके से किसी निजी संस्था को सरकारी खजाने का फायदा दिया जाना उसकी संलिप्तता को दर्शाता है।
इस मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर प्राथमिकी दर्ज होनी चाहिए। बिना सत्यापन किये एनजीओ को फंडिंग कैसे किया गया। नैतिकता के आधार पर मुख्यमंत्री को इस्तीफा देना चाहिए। उन्होंने कहा कि पीआरडी विभाग ने प्रात: कमल समाचार पत्र के बंद विज्ञापन को किस परिस्थिति में चालू किया गया। जबकि ढ़ाई वर्षों से यह विभाग मुख्यमंत्री के पास है। इस अवसर परर लोजपा के युवा अध्यक्ष संतोष कुशवाहा, प्रदेश महासचिव डा. उपेन्द्र प्रसाद, मीडिया प्रभारी मनीष कुमार समेत अन्य उपस्थित थे।