जैसा कि सब जानते है कि इस दुनिया में पैसे वाले लोग भी है और गरीब लोग भी है। अत्यधिक गरीबी के चलते लोग भीख भी मांगते है। बेशक हम इन्हे दयनीय नजरों से देखे पर आपको बता दें की भीख मांगना भी आजकल एक पेशे की तरह बनता जा रहा है।
वही, इस बीच एक ऐसा भी शहर है जो अपनी सिटी को भिखारियों से मुक्त करना चाहता है। आपको बता दे कि भारत में एक राज्य ऐसा भी है जहां की सरकार ने प्रदेश को भिखारीमुक्त बनाने के लिए विशेष अभियान छेड़ रखा है। यही नहीं सरकार ने इसके लिए विद्याधनम् नाम की योजना भी शुरू की है।
इसके साथ ही यहां भिखारी को पकड़ने वाली व्यक्ति को 500 रुपए इनाम देने की घोषणा भी की गई है। दरअसल, यहां अब बात कर रहे हैं नवाबों के शहर हैदराबाद की। तेलंगाना जेल विभाग ने शहर को भिखारियों से मुक्त करने के लिए यह योजना शुरू की है।
तेलंगाना जेल विभाग के महानिदेशक वीके सिंह ने बताया कि यदि कोई व्यक्ति सड़क पर किसी भिखारी को पकड़ता है और उसकी सूचना अधिकारियों को देता है तो उसे अगले दिन 500 रुपये का इनाम दिया जाएगा। उन्होंने बताया सरकार ने विद्याधनम् योजना आरंभ की है। इस योजना का मकसद भिखारियों को रोजगार और शिक्षा दिलाना है।
वीके सिंह का कहना है कि कुशल भिखारियों को रोजगार देने के लिए छह पेट्रोल पंप और छह आयुर्वेदिक गांव बनाए गए हैँ। अगर कोई भिखारी कुशल नहीं है तो उन्हें आनंद आश्रम में प्रशिक्षित किया जाएगा।
ग्रेटर हैदराबाद म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन और पुलिस विभाग की मदद से 741 पुरुष और 311 महिला भिखारियों को सड़क से पकड़ा गया है। इनमें से 476 पुरुष और 241 महिलाओं ने इस शपथ के बाद छोड़ दिया गया है कि वे भीख नहीं मांगेगे। अभी 265 पुरुष, 70 महिला और दो बाल भिखारी आनंद आश्रम में है।
जेल विभाग के महानिदेशक ने बताया कि शीघ्र ही भिखारियों को उनके परिवार के साथ रहने के लिए जगह उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य भिखारियों को अच्छी जिंदगी मुहैया कराना है और यह सुनिश्चित करना है कि हमारे राज्य में सड़कों पर रहने को कोई मजबूर न हो।
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