कोरोना वायरस के मद्देनजर जेलों में भीड़ कम करने के के लिए गोवा केंद्रीय जेल ने लॉकडाउन लागू होने के बाद से चार महिलाओं समेत 44 कैदियों को पैरोल पर छोड़ा है। इस बात की जानकारी रविवार को एक अधिकारी ने दी। जेल विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने से रोकने के लिए ठसाठस भरी जेलों में कैदियों की संख्या कम करने के सरकार के आदेश के बाद यह किया गया है।
उन्होंने बताया, ‘‘अब तक 44 कैदियों को जेल विभाग ने पैरोल प्रदान की है जिनमें 40 पुरुष और चार महिलाएं हैं।’’ कैदियों को पैरोल दिये जाने से पहले उत्तर गोवा जिले के कोलवाल में स्थित केंद्रीय कारागार में कुल 486 कैदी थे। अधिकारी ने कहा कि इनमें चार महिलाएं और 93 पुरुष ऐसे हैं जो विभिन्न अपराधों में दोष साबित होने के बाद अल्पकालिक या लंबी सजा काट रहे हैं, बाकी 364 पुरुष तथा 25 महिला कैदी विचाराधीन हैं।
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उन्होंने बताया कि पैरोल पर रिहा कैदी लॉकडाउन रहने तक जेल से बाहर रहेंगे। उच्चतम न्यायालय ने मार्च में सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को निर्देश दिया था कि सात साल तक कैद की सजा वाले कैदियों एवं विचाराधीन बंदियों को पैरोल या अंतरिम जमानत पर छोड़ने के बारे में विचार करने के लिए उच्चस्तरीय समितियों का गठन किया जाए।शीर्ष अदालत ने कहा था कि कोविड-19 के मौजूदा परिप्रेक्ष्य में जेलों में क्षमता से अधिक कैदियों का होना गंभीर चिंता का विषय है।