गोवा में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की है। पार्टी द्वारा जारी सूची में खास बात यहा है कि, जिन उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया है, उसमें हाल ही में बीजेपी से 'आप' मे शामिल हुए विश्वजीत कृष्णराव राणे का नाम भी शामिल है। बीते 16 नवम्बर को आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक व दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की मौजूदगी में राणे ने आप की सदस्यता ली थी। विश्वजीत कृष्णराव राणे गोवा बीजेपी के वरिष्ठ नेता रहे हैं।
कांग्रेस ने भी जारी की आठ उम्मीदवारों की लिस्ट
राज्य में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी लगातार मेहनत कर रही है। हाल ही में केजरीवाल ने राज्य में महिलाओं के लिए कई बड़े वादे किए थे। दिल्ली की तरह वहां भी आम आदमी पार्टी पानी-बिजली फ्री समेत कई ऐलान कर चुकी है। हालांकि साल 2017 के विधानसभा चुनाव में आप का वहां खाता भी नहीं खुला था लेकिन इस बार पार्टी किंगमेकर बनने की पूरी तैयारी कर रही है। 'आप' से पहले गोवा में कांग्रेस ने भी अपने पहले 8 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है। कांग्रेस पार्टी की ओर से जारी की गई सूची में राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत को मडगांव सीट से उम्मीदवार बनाया गया है। कोरोना के इस दौर में अगर सब कुछ ठीक रहा, तो गोवा में जल्द ही विधानसभा की 40 सीटों के लिए मतदान होंगे। राज्य के चुनाव में इस बार कांग्रेस और बीजेपी के साथ-साथ ममता बनर्जी की टीएमसी और अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी भी पूरे दमखम के साथ चुनावी मैदान में हैं।
मार्च में खत्म हो जाएगा विधानसभा का कार्यकाल
गोवा में यूं तो दुनियाभर से पर्यटक आते हैं, लेकिन कोविड के ओमिक्रॉन वेरिएंट की वजह से विदेशी पर्यटक नदारद हैं। गोवा की अर्थव्यवस्था और बेरोजगारी का बढ़ता स्तर राज्य के लिए चिंता का विषय है। इसलिए विधानसभा चुनाव से पहले स्थानीय लोगों की ओर से गोवा में आयरन ओर माइनिंग दोबारा शुरू करने की मांग की जा रही है। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी दोनों ने इसे चुनावी मुद्दा बनाया है। गौरतलब है कि, 40 सीटों वाली गोवा विधानसभा का कार्यकाल आगामी 15 मार्च को खत्म हो रहा है। कुछ ही दिनों में वहां चुनाव की तारीखों का ऐलान हो सकता है। गोवा में पिछले 10 साल से बीजेपी सत्ता में हैं जिसके चलते इस बार उसे सत्ता विरोधी लहर का भी सामना करना पड़ रहा है। पार्टी के पास राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री मनोहर पर्रिकर के मुकाबले कोई बड़ा चेहरा नहीं है।