आज गुड फ्राइडे का दिन है और इससे देशभर में मनाया जा रहा है। ईसा मसीह को सूली पर चढ़ाए जाने के शोक में दुनिया भर में ईसाई समुदाय के लोग गुड फ्राइडे मनाते हैं। ऐसे में आज पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा क़ि गुड फ्राइडे हमें ईसा मसीह के संघर्ष और बलिदान की याद दिलाता है। वह जरूरतमंदों की सेवा करने और बीमार लोगों के कष्ट दूर करने के लिए समर्पित थे।
पुडुचेरी में भी लोगों ने चर्च पहुंचकर अपनी प्रार्थना में ईसा मसीह को याद किया। यह तस्वीर पुडुचेरी के एक चर्च की है जहां लोग गुड फ्राइडे के मौके पर ईसा मसीह के त्याग और बलिदान को याद कर रहे हैं।
ईसाई धर्म के लोगों के लिए गुड फ्राइडे का यह पर्व बेहद ही खास होता है। इस दिन ईसा मसीह को सूली पर चढ़ाया गया था। गुड फ्राइडे के दिन लोग ईसा मसीह की कुर्बानी को याद करते हैं और उनसे प्रार्थना करते हैं। इस साल 2 अप्रैल को गुड फ्राइडे मनाया जा रहा है। गुड फ्राइडे को ब्लैक फ्राइडे, होली फ्राइडे या ग्रेट फाइडे भी कहा जाता है। इस दिन लोग उपवास रख ईशा मसीह से प्रार्थना करते हैं।
हालांकि अक्सर लोगों के मन में यह सवाल आता है कि ईसा मसीह की मृत्यु वाले दिन को ‘गुड’ क्यों कहा जाता है? दरअसल, ईसा मसीह ने लोगों की भलाई के लिए अपनी जान दी थी। इस कारण इस दिन को गुड कहकर संबोधित किया जाता है। साथ ही जिस दिन उन्हें सूली पर चढ़ाया गया था, उस दिन शुक्रवार था। ऐसे में इस दिन को ‘गुड फ्राइडे’ कहा जाता है।