भोपाल (मनीष शर्मा) भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता एवं राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार से ग्वालियर के जीवाजी विश्वविद्यालय परिसर में बनने वाले मेडिकल कॉलेज की आरक्षित भूमि का प्रीमियम तथा भूभाटक माफ करने का अनुरोध किया है।
सिंधिया ने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर अनुरोध किया कि जीवाजी विश्वविद्यालय द्वारा ग्राम तूरारी में आरक्षित 17,454 हेक्टेयर भूमि जिसका प्रीमियम एवं भूभाटक 30 करोड़ के लगभग है, विश्वविद्यालय मेडिकल कॉलेज की स्थापना स्वयं के खर्चे पर कर रहा है। ऐसे में प्रीमियम राशि और भूभाटक के कारण वित्तीय भार बढ़ेगा।
सिंधिया ने कहा कि कोविड-19 के समय प्रदेशवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने का कार्य चुनौतीपूर्ण रहा है। मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में उन्होंने कहा कि ग्वालियर एक बड़ा शहर है, जिसके आसपास भिंड, मुरैना, दतिया, गुना, शिवपुरी, छतरपुर तथा धौलपुर के मरीजों की मेडिकल आवश्यकताओं की पूर्ति करता है। कोविड के कारण प्राप्त अनुभवों को दृष्टिगत रखते हुए ग्वालियर में स्वास्थ्य सुविधाओं की अधोसंरचना में वृद्धि की आवश्यकता है।
उल्लेखनीय है कि ग्वालियर- चंबल संभाग में जितने भी जिले आते हैं उन सभी जिलों के रहवासी अपने इलाज के लिए ग्वालियर पहुंचते हैं। उत्तर प्रदेश से लगे ग्वालियर शहर में प्रदेश की सीमा से लगे दोनों राज्यों के लोग मेडिकल सुविधाओं का लाभ उठाते हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया चाहते हैं कि जल्द से जल्द मेडिकल कॉलेज की स्थापना हो ताकि क्षेत्र की जनता कोरोना जैसी महामारी में स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित ना रहे।