मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी ने आरोप लगाया कि सरकार ने श्रमिक ट्रेनों के जरिए गरीब भारतीय नागरिकों की पीड़ा का फायदा उठाया है। उन्होंने यह दावा भी किया कि स्पेशल ट्रेनों को लेकर सरकार का रुख ‘शर्मनाक’ है।
येचुरी ने ट्वीट किया, ‘‘गरीब भारतीय नागरिकों की पीड़ा का फायदा उठाकर मुनाफा कमाना ‘मोदीनॉमिक्स’ (मोदी का अर्थशास्त्र) है जिसके तहत पूंजीपतियों को लाखों करोड़ रुपये की कर्ज माफी मिलती है।’’ दरअसल, आरटीआई कार्यकर्ता अजय बोस द्वारा सूचना के अधिकार के तहत दाखिल आवेदन के माध्यम से प्राप्त आंकड़े दर्शाते हैं कि रेलवे ने श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाने में 2,142 करोड़ खर्च किए हैं लेकिन उसे महज 429 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ।
Profiting out of misery of poor Indians is Modinomics where the rich cronies get loan waivers for lakhs of crores. The approach, attitide and antics of this government are utterly shameful and condemnable. https://t.co/zwAVoY7DUM
— Sitaram Yechury (@SitaramYechury) July 25, 2020
गौरतलब है कि कोरोना वायरस के मद्देनजर 24 मार्च को देश में लॉकडाउन लागू होने के बाद तमाम शहरों में बड़ी संख्या में प्रवासी फंस गए थे। उन्हें उनके उनके प्रदेश अथवा गृह जिले तक पहुंचाने के लिए सरकार ने श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की व्यवस्था की थी। श्रमिक स्पेशल ट्रेनें एक मई से चलाई गई थीं।