मतदाता दिवस पर पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला बोला। मंगलवार को विधानसभा परिसर में खड़े होकर राज्यपाल धनखड़ ने कहा कि पश्चिम बंगाल में मतदाताओं के पास स्वतंत्रता नहीं है। इस दौरान राज्यपाल के पिछले विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी और नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी खड़े थे।
राज्यपाल धनखड़ ने कहा कि आज राष्ट्रीय मतदाता दिवस है, लोकतंत्र में मतदाता सबसे महत्वपूर्ण हितधारक है। अगर मतदाताओं को अपने अधिकारों का इस्तेमाल स्वतंत्र, निष्पक्ष और निडरता से करने को मिले तो वो लोकतंत्र है लेकिन पश्चिम बंगाल में मतदाताओं के पास स्वतंत्रता नहीं है।
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धनखड़ ने गणतंत्र दिवस से पहले विधानसभा परिसर में डॉ बी आर आंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘विधानसभा अध्यक्ष…वह सोचते कि उनके पास राज्यपाल के बारे में कुछ भी बोलने का अधिकार है।’’ उन्होंने दावा किया कि पहले भी कई मौकों पर विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के परिचालन क्षेत्र के विस्तार पर विधानसभा में पारित प्रस्ताव के ब्योरे समेत मांगी गई अन्य जानकारी नहीं दी।
धनखड़ ने कहा कि विधानसभा में उनके अभिभाषण का प्रसारण दो बार रोका गया। उन्होंने कहा, ‘‘क्या वह अनुच्छेद 168 के बारे में जानते हैं। राज्यपाल विधायिका में सबसे ऊपर है, विधानसभा में दूसरे स्थान पर। मैं इस तरह के अविवेकपूर्ण, असंवैधानिक कार्यों को सहन नहीं करुंगा। विधानसभा अध्यक्ष अब से राज्यपाल के अभिभाषण के प्रसारण को नहीं रोकेंगे। अगर वह ऐसा करते हैं तो उन्हें कानून का सामना करना पड़ेगा।’’ राज्यपाल ने कहा कि उनके पास किसी विधेयक या सरकार की किसी सिफारिश के संबंध में कोई फाइल लंबित नहीं है।