गुजरात की सूरत पूर्व विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवार कंचन जरीवाला ने बुधवार को अपना नामांकन पत्र वापस ले लिया, जिसके बाद ‘आप’ ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कहने पर जरीवाला का अपरहण किया गया और उन पर नामांकन वापस लेने का दबाव बनाया गया।
भाजपा ने इस आरोप का खंडन किया
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जरीवाला और उनके परिवार के सदस्य मंगलवार से लापता हैं। सिसोदिया ने कहा, ‘‘भाजपा गुजरात चुनाव में बुरी तरह हार रही है और वह परेशान होकर इतने निचले स्तर पर गिर गई कि उसने सूरत पूर्व से हमारे उम्मीदवार का अपहरण कर लिया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हार के डर से भाजपा के गुंडों ने सूरत से आप के उम्मीदवार कंचन जरीवाला का अपहरण कर लिया।’’ भाजपा ने इस सीट से मौजूदा विधायक अरविंद राणा को खड़ा किया है। गुजरात विधानसभा की 182 सीट के लिए एक दिसंबर एवं पांच दिसंबर को चुनाव होगा और मतगणना आठ दिसंबर को होगी।
निर्वाचन आयोग से मामले का संज्ञान लेने का आग्रह
आप की राज्य इकाई के अध्यक्ष गोपाल इटालिया ने दावा किया कि जरीवाला सत्तारूढ़ दल के दबाव में अपनी उम्मीदवारी वापस लेने के लिए बुधवार को निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय में भारी पुलिस सुरक्षा के बीच पहुंचे थे और इस दौरान भाजपा के गुंडों ने उन्हें घेर रखा था। उन्होंने कहा कि जब मीडियाकर्मियों ने जरीवाला से पूछताछ की, तो उनके आसपास मौजूद लोग उन्हें तुरंत वहां से ले गए।
इटालिया ने आरोप लगाया कि जरीवाला लापता हो गए थे और उन्हें भाजपा के गुंडे किसी अज्ञात स्थान पर ले गए और उन पर चुनाव से दूर रहने का दबाव बनाया गया। सिसोदिया ने कहा, यह केवल हमारे उम्मीदवार का ही नहीं, बल्कि लोकतंत्र का अपहरण है। गुजरात में हालात बहुत खतरनाक है।’’