गुजरात में विधानसभा के लिए पहले चरण का मतदान आज सुबह 8:00 बजे से शुरू हो गया। भारी संख्या में मतदाता वोट देने के लिए मतदान केंद्र पहुंच रहे हैं। इस बीच अमरेली में कांग्रेस उम्मीदवार परेश धनानी चर्चा में हैं। दरअसल, वह साइकिल पर गैस सिलेंडर लेकर मतदान केंद्र तक पहुंचे और वोट डाला।
कांग्रेस उम्मीदवार ने गैस सिलेंडर के बढ़े दामों को लेकर जनता को जागरूक करने के लिए यह अलग तरीका अपनाया। समाचार एजेंसी ANI ने इसका वीडियो भी साझा किया है। मतदान के बाद परेश धनानी ने बयान भी दिया जिसमे उन्होंने महंगाई और बेरोजगारी मुद्दे पर बात की।
उन्होंने कहा कि बीते 27 साल में बीजेपी ने भय और स्वार्थ की दीवार के बीच राज्य को गुलाम बनाने की साजिश की है। सरकारी विफलताओं के कारण गुजरात में मंदी,महंगाई, बेरोजगारी प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। इन समस्याओं से मुक्ति पाने के लिए मैंने आज मतदान किया है और मुझे भरोसा है कि पूरा गुजरात भी वोट करेगा तथा सत्ता परिवर्तन होगा। कांग्रेस आएगी और फिर से खुशहाली छाएगी ।
आपको बता दें कि पहले चरण में सुबह 9:00 बजे तक 4.92% मतदान हुआ। पहले चरण में राज्य विधानसभा की कुल 182 सीटों में से 89 सीटों पर पहले चरण के तहत मतदान हो रहा है। इसमें सौराष्ट्र-कच्छ और दक्षिण हिस्से के 19 जिले शामिल हैं। पहले चरण में 788 उम्मीदवारों की चुनावी किस्मत का फैसला होगा।#WATCH | Amreli: Congress MLA Paresh Dhanani leaves his residence, to cast his vote, with a gas cylinder on a bicycle underscoring the issue of high fuel prices.#GujaratAssemblyPolls pic.twitter.com/QxfYf1QgQR
— ANI (@ANI) December 1, 2022
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) के कार्यालय ने बताया कि 14,382 मतदान केंद्रों पर मतदान शुरू हुआ, जिनमें से 3,311 शहरी और 11,071 ग्रामीण इलाके हैं। उसने बताया कि मतदान पर करीबी नजर रखने के लिए 13,065 मतदान केंद्रों से लाइव वेबकास्ट किया जा रहा है। गुजरात में 27 वर्ष तक शासन करने वाली भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) लगातार सातवीं बार सत्ता पर कब्जा जमाने की कोशिश कर रही है।
अगर वह कामयाब होती है तो वाम मोर्चे की सरकार के रिकॉर्ड की बराबरी कर लेगी जिसने 2011 तक लगातार सात बार पश्चिम बंगाल चुनाव जीता था। इस बार भाजपा का मुकाबला न केवल अपनी पारंपरिक विरोधी कांग्रेस से है बल्कि आम आदमी पार्टी (आप) से भी है जो अपने आप को मुख्य विपक्षी दल साबित करने के प्रयास में जुटी है। भाजपा और कांग्रेस सभी 89 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं जबकि अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आप 88 सीटों पर चुनाव लड़ रही है।
अगर वह कामयाब होती है तो वाम मोर्चे की सरकार के रिकॉर्ड की बराबरी कर लेगी जिसने 2011 तक लगातार सात बार पश्चिम बंगाल चुनाव जीता था। इस बार भाजपा का मुकाबला न केवल अपनी पारंपरिक विरोधी कांग्रेस से है बल्कि आम आदमी पार्टी (आप) से भी है जो अपने आप को मुख्य विपक्षी दल साबित करने के प्रयास में जुटी है। भाजपा और कांग्रेस सभी 89 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं जबकि अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आप 88 सीटों पर चुनाव लड़ रही है।
