गुजरात कांग्रेस के नेता हार्दिक पटेल को लेकर इन दिनों चर्चाओं का बाजार गर्म है। अटकलें हैं कि हार्दिक जल्द हो बीजेपी में शामिल हो सकते हैं? वॉट्सऐप पर लगाई गई उनकी नई फोटो ने इन चर्चाओं को जन्म दिया। कांग्रेस से नाराजगी और बीजेपी के साथ को लेकर चल रही खबरों पर हार्दिक पटेल ने अब खुद प्रतिक्रिया दी।
अफवाहें न फैलाएं
कांग्रेस नेता हार्दिक पटेल ने सोमवार को कहा कि पार्टी को मजबूत करने के लिए ग्रामीण स्तर पर काम करने वाले लोगों को मौका दिया जाना चाहिए। चुनाव का समय है, गांवों में जाओ, शहरों में मेहनत करो। जहां तक नाराजगी की बात है तो परिवार में बातचीत होती है और सवाल उठते है। मैंने पहले भी स्पष्ट किया था कि अफवाहें न फैलाएं।
प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व पर सवाल खड़े करते हुए उन्होंने कहा, मैं राहुल गांधी या प्रियंका गांधी से नाराज नहीं हूं। मैं प्रदेश नेतृत्व से नाराज हूं। मैं परेशान क्यों हूँ? चुनाव आ रहे हैं और ऐसे समय में ईमानदार और मजबूत लोगों के साथ मिलकर काम करना चाहिए। उन्हें पद दिया जाना चाहिए।
बीजेपी में शामिल होने की अटकलों पर बोले हार्दिक ने कहा कि, “लोग बातें करेंगे। मैंने अमेरिकी चुनाव जीतने पर जो बाइडेन की प्रशंसा की, क्योंकि उन्होंने भारतीय मूल को उपराष्ट्रपति को चुना था। क्या इसका मतलब यह है कि मैं उनकी पार्टी में शामिल हो रहा हूं? अगर प्रतिद्वंद्वी कुछ प्रशंसनीय करता है, तो हमें उसे भी देखने की जरूरत है।”
हाथ के साथ नजर आने वाले हार्दिक ने ओढ़ी भगवा शॉल
दरअसल, हार्दिक पटेल ने गुजरात कांग्रेस पर उनको महत्व ना देते हुए किनारा करने के आरोप लगाए, इसके बाद उन्होंने खुद को राम भक्त बताया जिसको लेकर सियासत में अटकलों का दौर शुरू हो गया। उनके इस बयान पर यह कयास लगने लगे कि कहीं हार्दिक पटेल भी बागी तेवर अपना कर कांग्रेस छोड़ बीजेपी खेमे में शामिल तो नहीं हो रहे हैं। इन सभी सियासी सरगर्मियों और कयासों की बौंछार के बीच कांग्रेस नेता हार्दिक पटेल की वाट्सऐप पर प्रोफाइल पिक (डीपी) ने उनके बीजेपी में शामिल होने की बात को और हवा दी।
वहीं अब तक कांग्रेस के चुनाव चिन्ह हाथ के साथ नजर आने वाले हार्दिक पटेल ने अब भगवा रंग की शॉल ओढ़ ली है, इतना ही नहीं उन्होंने अपने प्रोफाइल से कांग्रेस नेता का परिचय हटा दिया है। उन्होंने अपनी प्रोफाइल में खुदको प्राउड इंडियन (Proud Indian), सामाजिक-राजनीतिक कार्यकर्ता और मानवता में यकीन करने वाला व्यक्ति बताया है।
हार्दिक की डीपी और बायो में इन बदलावों के कारण फिर एक बार यह कयास लगने लगे हैं कि पटेल कांग्रेस को छोड़ सकते हैं और बीजेपी का दामन थाम सकते हैं। बीते दिनों हार्दिक ने अपने एक इंटरव्यू में इस बात को साफ तौर पर कहा था कि कांग्रेस के नेता ही नहीं चाहते की वह अब पार्टी का हिस्सा बन कर रहें।
उनका कहना था की पार्टी ने उन्हें दरकिनार करते हुए कोई जिम्मेदारी नहीं दी है, गुजरात में चुनाव नजदीक है लेकिन राज्य में कांग्रेस की कोई तैयारी नहीं है जबकि बीजेपी वहां मजबूत स्थिति में है। उन्होंने कहा था कि पार्टी के इस भेदभाव पूर्ण बर्ताव की शिकायत उन्होंने राहुल गांधी से भी की थी लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ।