विजय रुपाणी के इस्तीफा देने के बाद गुजरात का अगला मुख्यमंत्री कौन हो, इसका फैसला करने के लिए बीजेपी ने आज विधायक दल की बैठक बुलाई है। सीएम पद की रेस में कई नाम आगे चल रहे हैं। लेकिन इससे इनकार नहीं किया जा सकता है कि नए मुख्यमंत्री को लेकर बीजेपी एक बार फिर से चौंका सकती है।
गुजरात के उपमुख्यमंत्री और नए मुख्यमंत्री पद के प्रमुख दावेदारों में से एक नितिन पटेल ने आज कहा कि उनका मानना है कि राज्य का अगला मुख्यमंत्री ऐसे व्यक्ति को होना चाहिए जो खूब अनुभवी हो, जिसे पूरा राज्य पहचानता हो और जो सबको साथ लेकर चल सके।
पटेल ने कहा कि वैसे मुख्यमंत्री के चयन का अधिकार केंद्रीय नेतृत्व को है और वह जो भी निर्णय करेगा वह सभी को स्वीकार्य होगा। वह मानते हैं कि चूंकि गुजरात प्रधानमंत्री नरेंद मोदी का राज्य है और इसने उनके मुख्यमंत्रित्व काल में खास प्रगति की है और पिछले 25-26 साल से राज्य में लगातार सत्ता में है, इसलिए किसी ऐसे अनुभवी, लोकप्रिय और सबको साथ लेकर चलने वाले व्यक्ति को अब इसकी भाग दौड़ मिलनी चाहिए जो डेढ़ साल बाद आने वाले विधानसभा चुनाव से जुड़ी बड़ी चुनौतियों का सामना करते हुए फिर से पार्टी को जीत दिलाए।
यह पूछे जाने पर कि क्या वह खुद को मुख्यमंत्री पद की रेस में शामिल मानते हैं, उन्होंने कहा कि मीडिया को अनुमान लगाने का अधिकार है पर फैसला तो केंद्रीय नेतृत्व को ही करना है। उन्होंने कहा कि वह एक वरिष्ठ विधायक और मंत्री रहे हैं। वह मुख्यमंत्री की चयन प्रक्रिया को रेस नहीं मानते। उन्होंने कहा कि राज्य में नेतृत्व परिवर्तन का अर्थ भाजपा का आलोकप्रिय होना नहीं है। हाल में हुए स्थानीय चुनावों में भाजपा ने 98 प्रतिशत सीटें जीतीं थीं जिससे स्पष्ट है कि पूरा गुजरात भगवामय अथवा कमलमय है।
एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि रूपाणी ने खुद कहा है कि उन्होंने स्वेच्छा से इस्तीफा दिया है। वह इसको लेकर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते। पटेल ने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व आज विधायक दल की बैठक के बाद नए मुख्यमंत्री की घोषणा कर सकता है। केंद्रीय निरीक्षक इस संबंध में विधायकों से उनकी राय भी जान रहे हैं।