प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात में सोमनाथ मंदिर के पास 30 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से बने नए सर्किट हाउस का उद्घाटन किया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने अपने सम्बोधन में कहा कि दुनिया के कई देशों की अर्थव्यवस्था में पर्यटन के योगदान की चर्चा होती है लेकिन भारत के तो हर राज्य में ऐसी ही अनंत संभावनाएं हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा, सोमनाथ एक प्रकार से इस पूरे पर्यटन क्षेत्र का एक केंद्र बिंदु बन जाएगा। जिन परिस्थितियों में सोमनाथ मंदिर को तबाह किया गया और फिर जिन परिस्थितियों में सरदार पटेल जी के प्रयासों से मंदिर का जीर्णोद्धार हुआ, वो दोनों ही हमारे लिए एक बड़ा संदेश हैं।
कमरों से ले सकते है ‘सी व्यू’ के मजे
प्रधानमंत्री ने कहा, मुझे बताया गया है कि इस भवन को इस तरह बनाया गया है कि यहां रुकने वाले व्यक्तियों को ‘सी व्यू’ भी मिलेगा। यानी लोग जब यहां शांति से अपने कमरे में बैठेंगे, तो उन्हें समुद्र की लहरें भी दिखेंगी और सोमनाथ का शिखर भी नजर आएगा। अलग-अलग राज्यों से, देश और दुनिया के अलग अलग कौनों से सोमनाथ मंदिर में दर्शन करने हर साल करीब 1 करोड़ श्रद्धालु आते हैं। ये श्रद्धालु जब यहां से वापस जाते हैं, तो अपने साथ कईं नए अनुभव, कईं नए विचार और एक नई सोच लेकर जाते हैं।
पीएम मोदी ने कहा, ‘‘आप किसी भी राज्य का नाम लीजिए। गुजरात का नाम लेंगे तो सोमनाथ, द्वारका, धोलावीरा जैसे स्थान मन में आते हैं। उत्तर प्रदेश का नाम लेंगे तो अयोध्या, मथुरा, काशी, कुशीनगर, विंध्याचल छा जाते हैं। सामान्य जन का हमेशा मन करता है, इन सब जगह पर जाने का अवसर मिले।’’
उन्होंने कहा कि इसी प्रकार उत्तराखंड का नाम लेते ही बद्रीनाथ और केदारनाथ तथा हिमाचल प्रदेश का नाम लेने पर ज्वाला देवी जैसे तीर्थाटन और पर्यटन के कई केंद्र मन में आ जाएंगे। ये स्थान हमारी राष्ट्रीयता का... एक भारत, श्रेष्ठ भारत की भावना का प्रतिनिधित्व करते हैं। इन स्थलों की यात्रा हमारी राष्ट्रीय एकता को बढ़ाती है। इनके विकास से हम एक बड़े क्षेत्र के विकास को गति दे सकते हैं।
पर्यटन केंद्रों का विकास केवल सरकारी योजना का हिस्सा भर नहीं
प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले सात साल में देश ने पर्यटन की संभावनाओं को साकार करने के लिए लगातार काम किए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘पर्यटन केंद्रों का विकास आज केवल सरकारी योजना का हिस्सा भर नहीं है बल्कि जनभागीदारी और सांस्कृतिक विकास है।’’ मोदी ने कहा कि धार्मिक या धरोहर स्थलों का विकास उन क्षेत्रों की अर्थव्यवस्था को गति प्रदान करेगा, जहां वे स्थित हैं।
आधुनिक सुविधाओं से लैस है सर्किट हाउस
30 करोड़ रुपए की लागत बने नए सर्किट हाउस सोमनाथ मंदिर के निकट स्थित है। इसमें सभी प्रकार की आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं, जिनमें वीआईपी और डीलक्स कमरे, सम्मेलन कक्ष और सभागृह शामिल हैं। कमरों की बनावट ऐसी है कि वहीं से लोग समुद्र का नजारा भी देख सकते हैं।