हरिद्वार, संजय चौहान (पंजाब केसरी)ः तेरह दिन की कांवड़ यात्रा ने सारे इंतजाम ध्वस्त करके रख दिए। इस बार की कांवड़ यात्रा ने मेला प्रशासन के तमाम दावों की हर वक्त हवा पूरे मेले के दौरान निकाले रखी। आज जलाभिषेक के दिन भी ऋषिकेश, हरिद्वार-दिल्ली हाईवे कांवड़ियों और उनके वाहनों की भीड़ से अटा हुआ है। सोमवार की भांति ही आज मंगलवार को भी देहरादून से कुमाऊं और यूपी जाने वाली बसें नेपाली फार्म तक ही जा सकीं। कांवड़ के कारण गैस, सब्जी और सीएनजी की आपूर्ति बुरी तरह प्रभावित हो गई है। यात्रा का अंतिम दिन होने के कारण आज मंगलावार को कांवड़ियों की भीड़ से गुरुकुल कांगड़ी विवि से लेकर ज्वालापुर तक, चार किमी क्षेत्र पूरी तरह जाम हो गया। उधर, नेपाली फार्म में यात्रियों को उतारकर बसें वापस लौट गयीं। हरिद्वार, ऋषिकेश मार्ग पर कांवड़ियों की भीड़ के कारण सोमवार को देहरादून से हरिद्वार, कुमाऊं और यूपी के रूटों पर चलने वाली बसों का संचालन नहीं हो पाया। जबकि यूपी की ओर से आने वाली 25 फीसदी बसें ही देहरादून पहुंच पाई। देहरादून से चली बसें नेपाली फार्म में यात्रियों को उतारकर वापस लौट गईं। हमेशा की तरह भगवान भरोसे ही 14 जुलाई से शुरू हुई यात्रा का आज मंगलवार को जलाभिषेक के बाद समापन हो गया।
कांवड़ियों की भीड़ से हरिद्वार-देहरादून हाईवे और हरिद्वार-दिल्ली हाईवे पूरी तरह से पैक रहा है। डाक कांवड़ियों के हाईवे पर आने से पुलिस-प्रशासन के सारे इंतजाम फ्लॉप हो गए। हरिद्वार शहर, सहित हाईवे पर जाम की स्थिति बनी रही। धर्मनगरी में हाईवे से लेकर शहर की सड़कों पर डाक कांवड़ की भागमभाग देखने को मिली।अब वापस लौट रहे कांवड़ियों के कारण हाईवे जाम हो गया। सिंहद्वार से लेकर ज्वालापुर तक पूरी तरह एक ओर का हाईवे पैक हो गया। कनखल कृष्णानगर मार्ग पर भी डाक कांवड़ियों के वाहनों से जाम लगा। क्योंकि बैरागी कैंप की पार्किंग से वाहनों को हाईवे पर कनखल से निकाला गया।
गुरुकुल की ओर से आने वाले हाईवे पर गुरुकुल कांगड़ी विवि से लेकर ज्वालापुर तक जाम लग गया। कांवड़ियों ने जाम से बचने के लिए अपनी बाइक को उठाकर हाईवे की दूसरी ओर रखना शुरू कर दिया। कांवड़ यात्रा अपने अंतिम चरण पर पहुंच चुकी है। सोमवार को अधिकतर डाक कांवड़ और बाइक सवार कांवड़िए गंगाजल लेकर अपने राज्यों को निकले। लेकिन हाईवे पर बड़ी बड़ी डाक कांवड़ और बाइक सवार कांवड़ियों की अधिक संख्या के चलते गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के गेट से लेकर ज्वालापुर तक जाम लग गया। जबकि ज्वालापुर से हरिद्वार की ओर जाने वाले हाईवे पर वाहन तो थे लेकिन जाम नहीं था। दूसरी ओर हाईवे की सड़क खाली देख कांवड़ियों ने अपनी बाइकों को उठाकर हाईवे की दूसरी ओर रखना शुरू कर दिया।
देखते ही देखते काफी संख्या में कांवड़िए इस प्रकार नियम तोड़ते दिखे। हाईवे पर भी घंटाें तक जाम की स्थिति बनी रहीं, जिससे यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। प्रशासन द्वारा अतिरिक्त पुलिस फाेर्स भी तैनात किया गया, लेकिन जाम को खुलवाने के सारे इंतजाम फ्लॉप रहे। कांवड़ के चलते सोमवार को दून से हरिद्वार, हल्द्वानी व कुमाऊं के विभिन्न रूटों पर चलने वाली बसों का संचालन नहीं हो पाया। जबकि यूपी की ओर से आने वाली 25 फीसदी बसें ही देहरादून पहुंच पाईं। इससे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। आईएसबीटी में तैनात रोडवेज के कर्मचारियों के मुताबिक सुबह के समय कुछ बसें दून से चलीं, लेकिन नेपाली फार्म से आगे पूरा जाम होने के कारण बसों को वापस लौटना पड़ा।
इस बीच कई यात्री पैदल ही हरिद्वार की ओर से चल पड़े। जबकि कुछ वापस लौट आए। दूसरे राज्यों से आए वाहन भी जाम में फंसे। यूपी की ओर से दून तक आने वाली 25 प्रतिशत बसें ही आईएसबीटी तक पहुंच सकीं। जबकि दून से हरिद्वार, लखनऊ, टनकपुर, हल्द्वानी, रुद्रपुर, काशीपुर, रानीखेत, कोटद्वार आदि रूटों पर चलने वाली बसों का संचालन ठप रहा।
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हरिद्वार में कांवड़ मेले के अंतिम दिन लगी डाक कांवड़ की अपार भीड़ का दृश्य।
(छायाः पंजाब केसरी)