दिल्ली में हाई कमान के साथ बैठक के बाद उत्तरखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के तेवर कुछ बदले-बदले नजर आ रहे हैं। दिल्ली से उत्तरखंड पहुंचे रावत ने अपनी नाराजगी पर क्रिकेट का उदाहरण देते हुए बताया की विश्वास और समझ का रिश्ता होना चाहिए।
कांग्रेस नेता हरीश रावत ने कहा कि जैसे BCCI है वैसे ही AICC मालिक है। जो पार्टी के प्रभारी हैं वह कोच हैं लेकिन कप्तान का भी अपना स्थान है। इन तीनों के बीच एक विश्वास और समझ का रिश्ता होना चाहिए। मैंने जो भी कहा वह जीतने के लिए कहा। कभी पीड़ा व्यक्त करना भी पार्टी के लिए लाभदायक होता है।
बीजेपी को तड़ी पार कर देगी जनता
सत्तारूढ़ बीजेपी पर हमला करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा, बीजेपी का डबल इंजन शब्द बस दिखावा है। महंगाई का आलम यह है कि पहाड़ों पर जाते-जाते महंगाई और तीखी होती जाती जिससे हर महिला और परिवार को परेशानी हो रही है। बीजेपी ने शिक्षा व्यवस्था भी खराब कर दी। मुझे लगता है कि उत्तराखंड के लोग इस चुनाव में बीजेपी को तड़ी पार कर देंगे।
राहुल के आवास पर बैठक के बाद ही बदल गए थे रावत के सुर
दिल्ली में शुक्रवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आवास पर बैठक के बाद पूर्व सीएम रावत ने कहा, ‘कदम-कदम मिलाए जा कांग्रेस के गीत गाए जा, मैं पहले भी कहता था। अब मैंने इस गीत के साथ बस थोड़ा सा ढोल बजा दिया है। कुछ चीजें ऐसी हैं जिसका कोच कनेक्शन जीत के लिए जरूरी है।’
कल हुई बेटहक के बाद रावत ने साफ़ किया कि उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव उनके ही नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा। और अन्य नेता उनको ही सहयोग करेंगे। हालांकि मुख्यमंत्री बनने के फैसले को लेकर उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद विधायक दल की बैठक में इसका फैसला लिया जाएगा।