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हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से आम जनजीवन प्रभावित

भारी बारिश से सतलुज, ब्यास, रावी सहित अन्य सहायक नदियां तथा नाले उफान पर हैं। इस बारिश से लोक निर्माण विभाग और बिजली विभाग को भारी नुकसान हुआ है।

दक्षिण पश्चिम मानसून हिमाचल प्रदेश में उग्र होने से पिछले चैबीस घंटों में अधिकांश स्थानों पर औसत से भारी बारिश हुई जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ। पंजाब की सीमा से लगे हिमाचल के ऊना में सर्वाधिक 226 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई जो 2011 और 1978 के बाद सबसे अधिक है। 
मौसम कार्यालय के प्रभारी मनमोहन सिंह ने आज यहां कहा कि ऊना में 342.6 मिमी वर्षा दर्ज की गई। इससे पहले 13 अगस्त 2011 को और 1978 में 409 मिमी बारिश हुई थी। सोलन जिले के धरमपुर के पास कालका-शिमला हेरिटेज रेलवे लाइन पर भूस्खलन के कारण ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई है।
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मूसलाधार बारिश ने ऊना में जमकर कहर बरपाया। एक तरफ जहां बारिश का पानी लोगों के घरों में घुस गया, वहीं दूसरी ओर पानी डीसी ऑफिस और एसपी ऑफिस में भी घुस गया। जिले में दो दिन की भारी बारिश से जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। कई स्थानों पर जलभराव हो गया। शहर तथा इसके चारों ओर पानी भरा हुआ है। दियोली खड्ड पर तटबंध में दरार आ गयी। 
भारी बारिश से सतलुज,ब्यास, रावी सहित अन्य सहायक नदियां तथा नाले उफान पर हैं। इस बारिश से लोक निर्माण विभाग और बिजली विभाग को भारी नुकसान हुआ है। लोक निर्माण विभाग को दो दिन में ही लाखों का नुकसान हुआ। शहरी क्षेत्रों में जलभराव की समस्या ज्यादा सामने नहीं आई लेकिन, ग्रामीण क्षेत्रों में खेत खलिहान पानी से भरे पड़ हैं जिससे फसलों को भारी नुकसान हुआ है। नाले, खड्डें और स्वां नदी उफान पर हैं। 
भारी बारिश के सामने आपदा प्रबंधन भी फेल नजर आया। प्रसाशन के दावे भी खोखले नजर आए। कई जगहों पर पुलियां टूट गई तथा सड़कें उखड़ गयीं। अभी भी बारिश का कहर जारी है। कांगड़ में महेर 126 मिमी, सिरमौर में पांवटा साहिब 88 मिमी, ऊना के अंब में 77 मिमी, बिलासपुर में बर्थिन 73 मिमी, हमीरपुर के काहु में 54, बिलासपुर में झंडूता 42 मिमी, आघर 38 मिमी, सिरमौर के नाहन और घुमारवीं में 36 मिमी,गमरूर 35 मिमी, सुजानपुर टीरा 34 मिमी, गोहर में 32,नैना देवी और बलदवारा में 30 मिमी, हमीरपुर में नादौन में 29 मिमी और मशोबरा में 25 मिमी, कांगड़ में देहरा गोपीपुर और सुंदरनगर 24 मिमी, कुफरी 23 मिमी, मंडी में 22 मिमी, गुलेर में 19 मिमी जबकि नगरोटा सूरियां में 18 मिमी, मंडी में 16 मिमी, पंडोह में 16 मिमी और कुल्लू में भुंतर में 15 मिमी वर्षा हुई। 
बारिश के कारण शिमला का न्यूनतम तापमान 16.2 डिग्री, सुंदरनगर 21.3 डिग्री, कुल्लू में भुंतर और कांगड़ में 18.6 डिग्री, किन्नौर के कल्पा का 14 डिग्री, ऊना का 23 डिग्री, नाहन में 18.1 डिग्री, लाहौल स्पीति के केलांग में 13.2 डिग्री, सोलन का 20.0 डिग्री और मनाली का न्यूनतम तापमान 15.4 डिग्री, डलहौजी में 15.5 और कुफरी में 13.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम कार्यालय के अनुसार अगले 24 घंटों में मध्यम और ऊंचाई वाले स्थानों पर गरज के साथ बारिश हो सकती है।

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