नैनीताल : औली में हो रही हाई प्रोफाइल शादी में हाई कोर्ट ने रोक लगाने से इनकार कर दिया है। कोर्ट का कहना है कि यदि इस बात का पता एक हफ्ते पहले कोर्ट को चलता तो वहां किसी को घुसने न देते। इस मामले में मंगलवार को मुख्य न्यायाधीश रमेश रंगनाथन की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने मंगलवार को प्रबंधन कंपनी से तीन करोड़ रुपए की राशि सिक्योरिटी के रूप में जमा कराने को कहा। कोर्ट ने शादी पर किसी तरह की रोक नहीं लगाई है।
लेकिन पर्यावरण को होने वाले नुकसान के एवज में तीन करोड़ रुपए 21 जून तक दो किश्तों में जमा करने का आदेश दिया है। यह रकम रिफंडेबल है। कोर्ट ने चमोली डीएम से कहा कि इस शादी के दौरान पर्यावरण को हानि न हो वह इसे सुनिश्चित करें। यह उनकी जिम्मेदारी होगी।
सरकार व पीसीबी ने कोर्ट में मंगलवार को शपथपत्र पेश किया। इसके बाद कोर्ट ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को निर्देश दिए हैं कि पूरी शादी की मॉनिटरिंग के साथ ही विडियोग्राफी भी की जाए। मामले की अगली सुनवाई 8 जुलाई को होगी।
शाही शादी’ पर कोर्ट ने नाराजगी जताई थी
गौरतलब है कि सोमवार को उत्तराखंड के विश्व प्रसिद्ध हिम क्रीड़ा स्थल औली में कथित 200 करोड़ रुपये के खर्च से हो रही हाई प्रोफाइल शादी पर हाईकोर्ट ने नाराजगी जताई थी। अदालत ने विवाह में शामिल पक्षकारों को वहां सफाई किए जाने और पर्यावरण को होने वाली संभावित हानि की भरपाई के लिए पांच करोड़ रुपये जमा करने के निर्देश देते हुए औली में अस्थायी रूप से बनाए गए आठ हेलीपैडों के इस्तेमाल पर रोक भी लगाई थी।
अदालत ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को विवाह पर नजर रखने और हीटिंग उपकरण आदि से पर्यावरण हानि पर 18 जून को रिपोर्ट देने को भी कहा था। विवाह का प्रबंधन कर रही कंपनी ई फैक्टर एंटरप्राइजेज के अधिवक्ता ने सोमवार को न्यायालय को बताया था कि उन्हें नगर पालिका ने अनुमति दी है और इसके लिए उन्होंने 30 लाख रुपये सरकार के खाते में जमा किए हैं।
अब जोशीमठ उतर रहे हेलीकॉप्टर
नैनीताल हाईकोर्ट द्वारा औली में हेलीकॉप्टर लैंडिंग पर रोक लगाने के बाद गुप्ता बुंध के बेटों की शादी में आने वाले मेहमानों के हेलीकॉप्टर अब जोशीमठ में उतर रहे हैं। बताया जा रहा है कि यहां 200 हेलीकॉप्टर लगाए गए हैं।कोर्ट के आदेश के बाद अब जोशीमठ के पास रविग्राम हेलीपैड पर शाही शादी के मेहमानों को ला रहे हेलीकॉप्टर उतर रहे हैं। मेहमानों के लिए छह हेलीपैड लगे हैं। शादी समारोह में शांति व्यवस्था के लिए प्राइवेट सिक्योरिटी एजेंसी के 25 जवान लगाए गए हैं।