कर्नाटक हिजाब विवाद का मुद्दा सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गया है। चीफ जस्टिस की बेंच के समक्ष मुद्दे को पेश किया गया है। बढ़ते विवाद के चलते राज्य में स्कूल और कॉलेजों को बंद कर दिया गया। कर्नाटक सरकार इस अवधि को बढ़ाने पर आज शाम को विचार कर सकती है। वहीं मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने मैं बाहरी लोगों से राज्य और स्कूल परिसरों में शांति बनाए रखने की अपील की है।
मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि मैं प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा मंत्री बीसी नागेश और अधिकारियों के साथ राज्य के गृह मंत्री के साथ बैठक करूंगा ताकि जो कुछ भी हुआ उस पर संक्षेप में चर्चा की जा सके। इसके साथ ही सभी हाई स्कूल और कॉलेजों को बंद करने की अवधि बढ़ाने पर आज शाम को निर्णय लूंगा।
उन्होंने कहा कि मैं सभी लोगों से अपील करता हूं कि वे ऐसा कुछ भी न करें जिससे स्कूल परिसर और राज्य में शांति भंग हो। चूंकि मामला कोर्ट में लंबित है और हर दिन सुनवाई चल रही है। शांतिपूर्ण माहौल बनाना हमारा कर्तव्य है ताकि न्याय दिया जा सके।
विवाद पर कर्नाटक हाई कोर्ट से SC में सुनवाई ट्रांसफर करने की शिफारिश
एडवोकेट और कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने सुप्रीम कोर्ट से केस को कर्नाटक हाई कोर्ट से अपने पास ट्रांसफर करके सुनवाई की गुजारिश की है। कपिल सिब्बल ने सुप्रीम कोर्ट में यह भी कहा कि मामला अब पूरे देश में फैलता जा रहा है। गौरतलब है कि हिजाब विवाद पर देश में सियासत शुरू हो गई है।
क्यों हुआ हिजाब पर विवाद?
कर्नाटक में हिजाब को लेकर विवाद तब शुरू हुआ जब उडुपी के सरकारी कॉलेज में 6 छात्राओं को हिजाब पहनकर क्लास में आने से रोक दिया गया है। छात्राओं का कहना है कि हिजाब पहनना उनका मौलिक अधिकार है। विवाद हिंसक मोड़ पर भी आ गया है।
मंगलवार को कर्नाटक के कई हिस्सों में पथराव और झड़पें हुईं। शिमोगा का एक वीडियो भी वायरल हुआ जिसमें कुछ छात्र कॉलेज में तिरंगे के पोल पर भगवा झंडा लहराते देखे गए। वहीं, मांड्या में बुर्का पहनकर आ रही एक छात्रा को कुछ छात्रों ने घेर लिया और ‘जय श्री राम’ के नारे लगाए।