हिमाचल प्रदेश में नशा एक महामारी की तरह फैल रहा है।लोगों में बढ़ती नशे की लत चिंता का विषय बन गई है। प्रदेश के हर जिले में नशा माफिया अपने पैर पसार रहा है।बता दें कि प्रदेश पुलिस की रिपोर्ट के मुताबिक, बीते छह साल में एनडीपीएस (NDPS) के मामलों में दोगुनी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। नशाखोरी के मामले में हिमाचल प्रदेश दूसरे नंबर पर पहुंच गया है।
आपको बता दें कि इस मामले में पंजाब राज्य शीर्ष पर है।दोनों पड़ोसी राज्य हैं। ऐसे में दोनों ही राज्यों के माफियाओं के बीच नशे की खरीद-फरोख्त भी जोरों पर है। पिछले कुछ सालों में युवाओं के बीच सिंथेटिक ड्रग का चलन बढ़ा है। युवा हेरोइन और चिट्टे की चपेट में आ रहे हैं। हिमाचल पुलिस के मुताबिक, प्रदेश की कुल जनसंख्या का 0.24 फीसदी हिस्सा नशे की चपेट में है। सर्वे के मुताबिक, प्रदेश में करीब दो लाख युवा ड्रग एडिक्टेड हैं।
दरअसल, नशे के इन मामलों में पुलिस ने 2017 से 2022 तक 10 हजार 848 पुरुषों को गिरफ्तार किया और 450 महिलाएं भी पकड़ी गईं। बीते 6 सालों में 87 विदेशी नागरिक भी पकड़े गए। विदेशी नागरिकों में 43 नाइजीरिया से, यूरोप के 14, रूस के 3, अमेरिकी नागरिक चार, मिडल इस्ट के 3, एशियन देशों के 2, अन्य अफ्रीकी देशों के 16 और एक ग्रीस का नागरिक गिरफ्तार हुआ। हिमाचल के पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू का कहना है कि प्रदेश में स्थिति ये है कि कैदियों को रखने के लिए जेलें कम पड़ रही हैं।