हिमचाल प्रदेश में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने वाले है। चुनाव की घोषणा भी हो चुकी है। सभी पार्टियां तैयारियों में लगी है। ऐसे में कांग्रेस के स्टार प्रचारकों में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट जैसे बड़े चेहरे शामिल है। कांग्रेस के आलाकमान ने पायलट को हिमचाल प्रदेश में होने वाले चुनाव के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। लेकिन सीएम अशोक गहलोत को गुजरात विधानसभा चुनाव में विशेष पर्यवेक्षक बनाया गया है।
दोनों ही नेताओं को सौंपी गई जिम्मेदारी
आपको बता दे कि कांग्रेस आलाकमान CM गहलोत को हिमचाल प्रदेश में भी चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी दे सकता है। भारत निर्वाचन आयोग ने गुजरात विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं किया है। हिमचाल प्रदेश में चुनाव के बाद ही गुजरात में चुनाव की तारीखों का ऐलान किया जाएगा। बताया जा रहा है कि कांग्रेस नवनिर्वाचत अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे राजस्थान के दोनों ही नेताओं को सौंपना चाहते है।खड़गे की कोशिश है कि अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच जो मनमुटाव को दूर कर हिमचाल प्रदेश में प्रचार करें।
हर पांच साल में सरकार बदलने का ट्रेड रहा
हिमचाल प्रदेश में हर पांच साल के बाद सरकार के बदलने का ट्रेंड चल रहा है। लेकिन बीजेपी इस ट्रेड को नहीं तोड़ने के लिए खूब प्रयास कर रही है। लेकिन कांग्रेस पार्टी इस ट्रेंड को बनाए रखने की पूरी कोशिश कर रही है।साथ ही सत्ता पर काबिज होना चाहती है। बीजेपी एंट इंकमबेंसी ट्रेड़ को प्रो इंकमबेंसी ट्रेंड में बदलने की रणनीति पर काम कर ही है।