हिमाचल प्रदेश में हिमस्खलन का ख़तरा काफ़ी बढ़ गया है। राज्य के कुल्लू और लाहौल-स्पीति जिले में भारी हिमपात हुई है, जिसके कारण हिमालयी क्षेत्रों में हिमस्खलन के ख़तरे की संभावना बढ़ गयी है। जानकारी के अनुसार, मनाली स्थित रक्षा भू-सूचना विज्ञान अनुसंधान प्रतिष्ठान (डीजीआरई) ने अलर्ट जारी किया है। डीजीआरई ने हिमाचल से लेकर कुपवाड़ और कारगिल के हिमालयी इलाकों के सात जगहों पर हिमखंड गिरने की आशंका जताई है।
ऊंची चोटियों पर हिमपात निचले क्षेत्रों में बारिश हुई
येलो अलर्ट के बीच बुधवार रात को हुई बर्फबारी से अटल टनल रोहतांग, मनाली-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग समेत करीब 182 सड़कें वाहनों की आवाजाही के लिए बंद हैं। राज्य में 163 बिजली ट्रांसफॉर्मर भी ठप पड़ हैं। बुधवार रात को लाहौल और कुल्लू की ऊंची चोटियों पर हिमपात जबकि निचले क्षेत्रों में बारिश हुई है। बारिश के बाद किसानों और बागवानों ने राहत की सांस ली है। वहीं, मनाली-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग, नेशनल हाइवे-505 हिमपात के कारण सभी प्रकार के वाहनों की आवाजाही के लिए बंद है। प्रशासन की ओर से लोगों से अनावश्यक यात्रा नहीं करने की अपील की गई है।
सड़कों पर आवाजाही बंद
राज्य आपातकालीन संचालन केंद, के अनुसार गुरुवार तक लाहौल-स्पीति में 177, चंबा दो, कांगड़ दो और कुल्लू में एक सड़क पर आवाजाही बंद थी। वहीं कुल्लू जिले में 107, लाहौल-स्पीति में 56 बिजली ट्रांसफॉर्मर भी बंद हैं। पिछले दो दिन में चंबा, किन्नौर, कुल्लू, लाहौल और स्पीति, गांदरबल, कुपवाड़, कारगिल में 2500 मीटर से ऊपर हिमस्खलन की आशंका है। सहायक उपायुक्त कुल्लू शशिपाल नेगी ने कहा कि डीजीआरई मनाली ने पर्वतीय क्षेत्रों में हिमस्खलन की चेतावनी जारी की है।