देश के गृहमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के नेता अमित शाह 19 दिसंबर को 2 दिवसीय बंगाल दौरे पर जाएंगे। गृहमंत्री अमित शाह पार्टी के 3 अलग-अलग कार्यक्रमों में शामिल होंगे। बंगाल दौरे के दौरान जेपी नड्डा और कैलाश विजयवर्गीय के काफिले पर हमले के बाद गृहमंत्री के दौरे के राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक गृहमंत्री शाह बंगाल चुनाव के मद्देनजर आने वाले महीनों के 2 दिन बंगाल में ही बिताएंगे। पश्चिम बंगाल में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले के बाद बीजेपी और टीएमसी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। इस बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्यपाल ओपी धनखड़ से हमले को लेकर रिपोर्ट मांगी है।
इससे पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर कहा, ‘‘बंगाल में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जी के ऊपर हुआ हमला बहुत ही निंदनीय है, उसकी जितनी भी निंदा की जाए वो कम है। मोदी सरकार नड्डा के काफिले पर हुए इस हमले को पूरी गंभीरता से ले रही है। बंगाल सरकार को इस प्रायोजित हिंसा के लिए प्रदेश की शांतिप्रिय जनता को जवाब देना होगा।’’ वहीं हमले से नाराज जेपी नड्डा ने हमले को ‘अभूतपूर्व’ करार दिया और आरोप लगाया कि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह चरमरा गई है और यह ‘‘गुंडा राज’’ में तब्दील हो गया है।
बता दें कि कोलकाता से दक्षिण 24 परगना जिले में जाने के दौरान डायमंड हार्बर इलाके में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर भारी भरकम पत्थर फेंके गए। पथराव की घटना में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की कार में तोड़-फोड़ की गई और मीडियाकर्मियों के वाहनों को भी नहीं छोड़ा गया। बीजेपी प्रमुख दिलीप घोष ने बताया, ‘‘डायमंड हार्बर की हमारी यात्रा के समय तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों ने रास्ता अवरुद्ध कर दिया और नड्डा के वाहन तथा दूसरी गाड़ियों पर पत्थर फेंके। यह तृणमूल कांग्रेस का असली रंग दिखाता है।’’ बाद में पुलिस ने हस्तक्षेप किया और सुनिश्चित किया कि काफिला वहां से गुजर सके।