स्वतंत्रता सेनानी की छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति तोड़े जाने पर भारी विवाद शुरु हुआ। दरअसल, ये पूरा मामला, कर्नाटक के सीमावर्ती शहर बेलगावी में चल रहे तनाव के बीच, शरारती तत्वों ने स्थानीय स्वतंत्रता सेनानी संगोली रायन्ना की एक प्रतिमा को तोड़ दिया है। पुलिस ने कहा कि यह घटना शनिवार को सामने आई है।
रविवार तक बेलगावी में निषेधाज्ञा लागू कर दी है, पुलिस ने संभाला मोर्चा
बेंगलुरु के शिवाजीनगर इलाके में शिवाजी की प्रतिमा को तोड़े जाने के खिलाफ शुक्रवार रात हुए विरोध प्रदर्शन में शामिल हिंसक भीड़ की भूमिका पर पुलिस संदेह कर रही है। अधिकारियों ने रविवार सुबह छह बजे तक बेलगावी में निषेधाज्ञा लागू कर दी है।
पुलिस ने 27 लोगों को किया है गिरफ्तार
पुलिस सूत्रों ने बताया कि कनकदास कॉलोनी में स्थापित संगोली रायन्ना की प्रतिमा को उखाड़ दिया है। प्रतिमा से तलवार और ढाल तोड़कर फेंक दी गई। हालांकि शोर सुनकर स्थानीय लोग बाहर आए तो बदमाश भाग गए। सूचना पर तिलकवाड़ी पुलिस मौके पर पहुंची और मूर्ति को अपने कब्जे में ले लिया है। कर्नाटक पुलिस ने शनिवार को कहा कि उसने बेलगावी में हिंसा की घटना के सिलसिले में 27 लोगों को गिरफ्तार किया है। बदमाशों को कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।
मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने की कड़ी निंदा
इन घटनाओं की निंदा करते हुए मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि उन्होंने शांति एवं व्यवस्था भंग करने की कोशिश करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का गृह मंत्री को निर्देश दिया है, जिसके बाद घटना के संबंध में कुछ गिरफ्तारियां की गयी है। हुब्बली में पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘पथराव, सार्वजनिक संपत्ति और सरकारी वाहनों को नुकसान पहुंचाने जैसी घटनाएं गैरकानूनी है इसलिए पुलिस को दीर्घकालीन कदम उठाने का निर्देश दिया जाता है ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हो।’’
राष्ट्रीय नायकों और देशभक्त नेताओं की प्रतिमाओं को विरूपित करने के रवैये को गलत बताते हुए बोम्मई ने कहा कि ऐसे नेता प्रत्येक समुदाय के होते हैं और उनका सम्मान किया जाना चाहिए। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘जब विधानसभा का सत्र चल रहा है तो इस घटना के समय समेत कई अन्य तथ्यों की भी जांच की जाएगी।’’
इन दो समुदायों के बीच तनाव बढ़ने की संभावना
इस घटना के बाद से बेलगावी में तनाव और बढ़ने की संभावना है। घटना को कन्नडिगा और मराठी समुदायों के लोगों के बीच टकराव को बढ़ावा देने के लिए शरारती तत्वों ने जानबूझकर यह कृत्य किया गया है। स्थिति पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राज्य के गृह मंत्री अरगा ज्ञानेंद्र ने कहा जिसने भी यह कृत्य किया है हम उन्हें बख्शेंगे नहीं। पुलिस आरोपियों पर शिकंजा कसेगी। किसी को बख्शा नहीं जाएगा। उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।
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100 से अधिक आंदोलनकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया
शहर में हुई हिंसा की घटना के सिलसिले में पुलिस ने तीन थानों में 100 से अधिक आंदोलनकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। शुक्रवार रात को विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने पुलिसकर्मियों और सरकारी वाहनों को निशाना बनाकर पथराव किया। शुक्रवार रात हुई इस घटना में पुलिस की जीप सहित 20 वाहन क्षतिग्रस्त कर दिए गए, जिसके बाद पुलिस को हिंसक भीड़ पर लाठीचार्ज करना पड़ा।