लॉकडाउन के दौरान घर जाने के लिए बेताब सैंकड़ों प्रवासी मजदूर मंगलवार को मुंबई के बांद्रा टर्मिनस पर श्रमिक स्पेशल ट्रेन के रवाना होने से पहले पुल और सड़क पर पहुंच गए जिससे कुछ देर के लिए पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गयी। पुलिस प्रशासन ने कड़ी मशकत के बाद वहां से हजारों मजदूरों तितर-बितर किया।
कोरोना संकट के बीच देशभर के कई इलाकों से इस तरह की भीड़-भाड़ वाली घटनायें सामने आ रही हैं। एक महीने पहले भी सैंकड़ों प्रवासी श्रमिक बांद्रा स्टेशन पर अपनी इस मांग के साथ पहुंच गये थे कि कोरोना वायरस लॉकडाउन के मद्देनजर उन्हें उनके मूल स्थानों पर पहुंचाने की व्यवस्था की जाए।
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सोशल मीडिया पर फैले मंगलवार की घटना के वीडियो में बांद्रा टर्मिनस के गेट की ओर अपने बैगों को लेकर बड़ी संख्या में प्रवासी बढ़ते हुए नजर आ रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि लोग ग्यारह बजे इलाके में पहुंचने लगे थे। पश्चिम रेलवे ने बाद में एक बयान में कहा कि श्रमिक स्पेशल ट्रेन बांद्रा से पूर्णिया के लिए रवाना होने वाली थी और राज्य प्रशासन में पंजीकरण करा चुके यात्रियों को उससे सफर करना था।
रेलवे ने कहा कि लेकिन कई ऐसे लोग स्टेशन के समीप रोड और पुल पर इकट्ठा हो गये जिन्होंने पंजीकरण नहीं कराया था और जिन्हें अधिकारियों ने ट्रेन से जाने के लिए नहीं बुलाया था। पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी रवींद्र भाकर ने कहा, ‘‘राज्य मशीनरी द्वारा पात्र यात्रियों को चेक किया गया और उन्हें ट्रेन में सवार होने दिया गया।
ट्रेन करीब 12 बजे उन 1700 श्रमिकों एवं उनके परिवार के सदस्यों को लेकर बांद्रा टर्मिनल से रवाना हुई जो इस यात्रा के हकदार थे।’’ रेलवे के अधिकारी के अनुसार स्टेशन के बाहर जुटी भीड़ को पुलिस ने वहां से हटा दिया।