महाराष्ट्र के मंत्री महादेव जानकर की राष्ट्रीय समाज पार्टी (आरएसपी) में अभिनेता संजय दत्त के शामिल होने के मंत्री के दावे के पर मंगलवार को निशाना साधते हुए शिवसेना ने कहा कि इससे धनगर (गड़रिया) समुदाय को क्या मिलेगा। बता दें कि आरएसपी धनगर समुदाय का प्रतिनिधित्व करती है।
जानकर के दावे को “मनोरंजक” बताते हुए शिवसेना ने दावा किया कि इस समुदाय के लिये सरकार की योजनाएं सिर्फ कागजों पर ही हैं और उन्हें आरक्षण देने का अहम वादा “हवा में उड़” गया है। पार्टी के मुखपत्र ‘सामना’ में शिवसेना ने जानकर से यह भी पूछा कि धनगर समुदाय के लोगों से किया वादा “पूरा नहीं होने” के बारे में वह क्या कहेंगे। धनगर समुदाय अनुसूचित जाति (एसटी) वर्ग के तहत आरक्षण की मांग कर रहा है। फिलहाल यह विमुक्त जाति खानाबदोश जनजाति समूह में वर्गीकृत हैं।
रविवार को एक कार्यक्रम में जानकर ने दावा किया था कि दत्त 25 सितंबर को राष्ट्रीय समाज पार्टी में शामिल होंगे। 60 वर्षीय अभिनेता ने सोमवार को आरएसपी संस्थापक के इन दावों को खारिज किया। आरएसपी महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ भाजपा की एक छोटी सहयोगी पार्टी है।
शिवसेना ने तंज कसते हुए कहा, “अगर सिनेमावाले (पार्टी में) आयेंगे तो धनगरों को क्या मिलेगा? अगर संजय दत्त को जानकर की पार्टी में शामिल होना है तो शाहरुख खान, अक्षय कुमार रामदास अठावले की पार्टी में तथा सलमान खान एवं अन्य आंबेडकर-ओवैसी की वंचित बहुजन अघाड़ी के लिये अर्जी देंगे।”
उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी महाराष्ट्र और केंद्र में भाजपा की सहयोगी है। रविवार के कार्यक्रम में जानकर ने यह भी कहा कि आरएसपी भाजपा के चुनाव चिह्न ‘कमल’ के निशान पर आगामी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेगी। इस पर शिवसेना ने कहा कि ‘मधुमक्खी’ आरएसपी पिछले पांच साल से ‘कमल’ के इर्द गिर्द मंडराती रही।