संसद भवन को बम से उड़ाने की धमकी देने के मामले में क्राइम ब्रांच ने भोपाल सांवर से पूर्व विधायक को गिरफ्तार कर लिया है। पूर्व विधायक की पहचान 59 वर्षीय किशोर समरीते के रूप में हुई है। उन्होंने बैग में धमकी भरे पत्र और जिलेटिन की छड़ें संसद भवन, लोकसभा अध्यक्ष, लोकसभा और राज्यसभा के सुरक्षा जनरल को भेजी थीं।
जांच से जुड़े सूत्रों ने बताया कि पिछले हफ्ते संसद भवन से एक बैग में राष्ट्रीय ध्वज, संविधान और जिलेटिन की छड़ें के अलावा एक पत्र भी मिला था। पत्र में लिखा था कि अगर 70 सूत्री मांगें नहीं मानी गईं तो वह संसद भवन को बम से उड़ा देंगे। इसके लिए उन्होंने आखिरी डेडलाइन भी 30 सितंबर तय की थी।
कुछ समय बाद पत्र और जिलेटिन की छड़ें लोकसभा अध्यक्ष, लोकसभा और राज्यसभा के सुरक्षा जनरल को भी भेजी गईं। इसके चलते क्राइम ब्रांच स्पेशल सेल, आईबी समेत अन्य सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गईं। सभी अपने-अपने स्तर पर जांच कर रहे थे। पुलिस आरोपी की तलाश में भोपाल पहुंची। पुलिस टीम ने किराए के मकान में रह रहे पूर्व विधायक 59 वर्षीय किशोर समरीते को दबोचा।
कई पार्टियों से जुड़ाव
स्पेशल सीपी ने बताया कि किशोर ने अपनी राजनीति की शुरुआत एनएसयूआई से की थी। फिर जल्द ही पार्टी छोड़कर जनता दल और बाद में सपा में शामिल हो गया। 2007 में उपचुनाव के दौरान उन्होंने बालाघाट की लांची विधानसभा से जीत हासिल की थी। पुलिस अधिकारी ने बताया कि मध्य प्रदेश के विभिन्न थानों में किशोर के खिलाफ विभिन्न प्रकार के अपराधों के 17 मामले दर्ज हैं। इसमें आगजनी, दंगे और आर्म्स एक्ट के मामले शामिल हैं। वह आर्म्स एक्ट के एक मामले में पांच साल जेल की सजा भी काट चुका है।
प्रचार पाने के लिए अभियान
उन्होंने 2019 में चुनाव आयोग के पास एक नए राजनीतिक दल को पंजीकृत करने का अनुरोध किया था। पुलिस अधिकारी ने कहा कि टीम आरोपी को लेकर दिल्ली के लिए रवाना हो गई है। स्पेशल सीपी ने कहा कि अब तक की जांच में पता चला है कि इस प्रचार को पाने के लिए किशोर ने ये हरकतें की हैं। अब पूछताछ के बाद उसकी हरकत के पीछे के मकसद के बारे में पता चलेगा।