हरिद्वार : कॉर्बेट पार्क में घूमने के दौरान पर्यटकों को हाथी की फोटो खिंचना भारी पड़ गया। हाथी के भड़कने के कारण मौके पर पर्यटकों की जान पर बन आई थी। हाथी ने पर्यटकों की जिप्सी पलटाने का प्रयास किया, इससे पर्यटकों में चीख-पुकार मच गई। किसी तरह पर्यटकों ने जिप्सी से कूदकर अपनी जान बचाई। शनिवार शाम को एक हाथी के हमले का एक वीडियो वायरल हुआ। बताया गया कि पाली में पर्यटक झिरना क्षेत्र में घूमने गए थे। कोठारी रोड पर ग्रासलैंड में जिप्सी में बैठे पर्यटक को हाथी दिखा।
फोटो खींचने के लिए जिप्सी चालक पर्यटकों को हाथी के नजदीक ले गया। इसी बीच हाथी आक्रामक हो गया। वह एक जिप्सी के सामने पहुंच गया। जैसे ही चालक ने जिप्सी पीछे को की तो टायर गड्ढे में फंस गया। सामने हाथी को देखकर जिप्सी सवार पर्यटकों की सांस थम गई। जिप्सी के फंसने पर हाथी ने अगला पैर जिप्सी के बोनट में रखने का कई बार प्रयास किया। हाथी के हमलावर रुख को देखर पर्यटकों ने चीख-पुकार मचाते हुए वाहन से नीचे कूद मार दी।
हाथी का गुस्सा यहीं नही थमा। हाथी ने पलटकर जिप्सी को पलटने की कोशिश की। पर्यटक शोर मचाते रहे। हाथी के हमले से अन्य जिप्सियों के पर्यटकों में भी हड़कंप मच गया। चालक जिप्सी को इधर-उधर लेकर भागने लगे। गनीमत रही कि हाथी पूरी तरह आक्रामक नहीं हुआ। अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था।
हाथी के जाने पर पर्यटकों ने राहत की सांस ली। हाथी द्वारा पर्यटकों पर हमले का यह कोई पहला मामला नही है। इससे पहले भी इस तरह के हमले हुए हैं। लोगों का कहना है कि जिप्सी चालक नियम तोड़कर जिप्सियों को हाथी या बाघों के बिल्कुल करीब ले आते हैं। इस पर पार्क प्रशासन को रोक लगानी चाहिए।
क्या कहते हैं अधिकारी : रमाकांत तिवारी (उपप्रभागीय वनाधिकारी कालागढ़ क्षेत्र कॉर्बेट टाइगर रिजर्व) का कहना है कि हाथी के हमले का मामला जानकारी में आया है। झिरना क्षेत्र की घटना है। रेंजर से जांच कर रिपोर्ट मांगी गई है। जिप्सी चालकों की गलती मिलने पर अवश्य कार्रवाई होगी।
– संजय चौहान