महाराष्ट्र में दशहरा के मौके पर पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे और मौजूदा सीएम एकनाथ शिंदे ने अलग-अलग मैदानों में रैली आयोजित की थी, जिसमें दोनों नेताओं ने जमकर दहाड़ लगाई है और एक दूसरे पर विश्वासघाती, धोखेबाज सहित गद्दार जैसे शब्दों का प्रयोग करते हुए हमला बोला है। सीएम एकनाथ शिंदे ने बीकेसी मैदान से खड़े होकर उद्धव ठाकरे को ‘वर्क फ्रॉम होम’ वाला नेता करार दिया, जबकि खुद को ‘वर्क विदाउट होम’ वाला नेता बताया है।
उद्धव ठाकरे ‘वर्क फ्रॉम होम ‘ वाले नेता
एक रिपोर्ट के अनुसार एकनाथ शिंदे ने बीकेसी मैदान से उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा, ‘ कोरोना काल में वो घर पर बैठे थे। उन्होंने वर्क फ्रॉम होम के आदेश दे दिए थे, लेकिन मैं वो व्यक्ति था जो हमेशा अस्पतालों में जाकर निरीक्षण करता था। साथ ही लोगों की मदद के लिए हमेशा मौजूद रहता था। जब महालक्ष्मी एक्स्प्रेस में बाढ़ आई थी तो एक गर्भवती महिला पानी में फंस गई थी तो उसे बचाने के लिए मैं गया था। जबकि बाकी लोग काफी डर गए थे।’
उद्धव ठाकरे ने बालासाहेब के मूल सिद्धांतों को त्याग दिया: शिंदे
वही शिंदे ने उद्धव ठाकरे के कांग्रेस से हाथ मिलाने वाले फैसले पर भी तंज कसते हुए कहा, ‘साल 2019 में जनता ने बीजेपी और शिवसेना के एलायंस को जनादेश दिया था, लेकिन उद्धव ठाकरे ने बीजेपी को धोखा देते हुए कांग्रेस से हाथ मिला लिया। उन्होंने बालासाहेब ठाकरे के मूल सिद्धांतों को त्याग दिया। उन्हें अपने पिता से माफी मांगनी चाहिए ।’
ठाकरे ने भी शिंदे को बताया गद्दार
बता दे, एक तरफ एकनाथ शिंदे तो दूसरी तरफ ठाकरे ने भी शिवाजी पार्क से उनपर विश्वासघात का आरोप लगाया है । ठाकरे ने शिंदे पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने सत्ता के लालसा में बीजेपी के साथ हाथ मिलाकर शिवसेना को धोखा दिया है। वह सबसे बड़े गद्दार है। इन दोनों नेताओं ने तकरीबन डेढ़ घंटे तक अलग-अलग मैदानों से जनता और शिव सैनिकों को संबोधित किया था।