केरल के सोना तस्करी मामले ने प्रदेश की विजयन सरकार को हिला कर रख दिया था, अब इसी मामले में एक नई जानकारी सामने आई है। दरअसल, सनसनीखेज मामले की जांच कर रही सीमाशुल्क विभाग ने मुख्य आरोपी स्वप्ना सुरेश, निलंबित आईएएस अधिकारी और संयुक्त अरब अमीरात के वाणिज्य दूतावास के दो पूर्व राजनयिकों समेत कुल 53 लोगों को कारण बताओ नोटिस भेजा है।
सीमाशुल्क आयुक्त (रोकथाम) सुमित कुमार ने 16 जून को यह नोटिस जारी किया जिसमें उनसे (53 लोगों से) पूछा गया है कि तस्करी के मामले में सीमाशुल्क कानून के तहत उनके विरूद्ध कार्रवाई क्यों नहीं की जाए। सूत्रों ने कहा कि यह मामला 167 किलोग्राम सोने की तस्करी में उनकी संलिप्तता से जुड़ा है। उसमें करीब 15 करोड़ रूपये के उस 30 किलोग्राम सोने की तस्करी भी शामिल है, जिसे पांच जुलाई, 2020 को तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डे पर एक राजनयिक बैग से जब्त किया गया था।
संयुक्त अरब अमीरात के वाणिज्य दूतावास के पूर्व महावाणिज्य दूत जमाल अल जाबी और अताशे राशिद खामिस अली को केंद्रीय वित्त मंत्रालय के माध्यम से नोटिस जारी किया है। वित्त मंत्रालय विदेश मंत्रालय के पास यह मामला भेजेगा क्योंकि यह विदेशी राजनयिकों से जुड़ा मामला है और ये राजनयिक देश से पहले ही जा चुके हैं।
सूत्रों के मुताबिक सुरेश के अलावा छह अन्य को नोटिस जारी किया जो फिलहाल कोफेपोसा (विदेशी मुद्रा संरक्षण एवं तस्करी गतिविधि रोकथाम अधिनियम) के तहत हिरासत में हैं। जिन अन्य मुख्य आरोपियों को नोटिस जारी किया है वे सरीथ पी एस, संदीप नैयर, के टी रमीश हैं।
सूत्रों ने बताया कि कारण बताओ नोटिस जांच के दौरान लिये गये आरोपियों के बयानों, जब्त किये गये दस्तावेजों एवं अन्य संग्रहित सबूतों के आधार पर तैयार किया गया है। उनसे यह बताने का अनुरोध किया गया है कि इस मामले पर फैसला होने से पहले क्या वे चाहते हैं कि व्यक्तिगत रूप से उनकी बात सुनी जाए। सूत्रों ने कहा, ‘‘ इन सभी व्यक्तियों को जवाब देने के लिए 30 दिनों का मौका दिया गया है। ’’
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए), प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और सीमाशुल्क विभाग ने इस रैकेट की अलग अलग जांच की है जिसका पांच जुलाई को तिरुवनंपुरम हवाई अड्डे पर संयुक्त अरब अमीरात के राजनयिक बैग से 15 करोड़ रूपये के सोने की जब्ती के साथ भंडाफोड़ हुआ था। यह मुद्दा केरल विधानसभा चुनाव में भी खूब उछला था।