राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) और नागरिकता विधेयक ‘‘दो ऐसे लॉलीपॉप’’ हैं जिन्हें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी असम के लोगों को ‘‘मूर्ख’’ बनाने के लिए थमा रहे हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने यह बात शुक्रवार को कही। बनर्जी ने यहां एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि एनआरसी में 40 लाख लोगों के नाम छोड़ दिए गए और केवल तृणमूल कांग्रेस ही इन लोगों के साथ खड़ी रही चाहे उनका कोई भी धर्म हो।
उन्होंने कहा कि किसी भी राजनीतिक दल ने उन लोगों का समर्थन नहीं किया जिनके नाम सूची से बाहर कर दिए गए लेकिन ‘‘हम उनके साथ हमेशा रहे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘न केवल मुस्लिम बल्कि 22 लाख हिंदुओं, गोरखा, बिहारियों, तमिलों, केरल और राजस्थान के लोगों को एनआरसी से बाहर कर दिया गया। हम उन सभी के नाम शामिल करने की लड़ाई लड़ रहे हैं।’’
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उन्होंने कहा, ‘‘एनआरसी की सूची की घोषणा के दो दिनों के अंदर मैंने अपनी पार्टी की एक टीम असम भेजी। हमें हवाई अड्डे से बाहर जाने की अनुमति नहीं दी गई और हमें परेशान किया गया।’’ टीएमसी सुप्रीमो ने कहा कि नागरिकता (संशोधन) विधेयक एक अन्य ‘‘लॉलीपॉप’’ है जिसे भाजपा ने असम के लोगों को ‘‘मूर्ख’’ बनाने के लिए थमाया है और उन्हें उनके अधिकारों से वंचित कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ‘‘झूठे व्यक्ति हैं जो लोगों को हमेशा मूर्ख बनाते हैं।’’