अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या का मामला दिन-प्रतिदिन उलझता जा रहा है। यह अब साफ तौर पर महाराष्ट्र बनाम बिहार का रंग ले रहा है। खबरों के मुताबिक सुशांत सुसाइड केस में महाराष्ट्र सरकार में मंत्री आदित्य ठाकरे का भी नाम आ रहा था। मंगलवारा को सुशांत की मौत के करीब 50 दिन बाद आदित्या ने चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत मामले में उन्हें और उनके परिवार को बेवजह निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस मामले से उनका कोई लेना-देना नहीं है।
शिवसेना के नेता ने कहा कि बॉलीवुड अभिनेता की मौत के बाद गंदी राजनीति हो रही है। उन्होंने किसी का नाम लिए बगैर कहा कि हताशा के कारण हो रहे राजनीतिक पेटदर्द के चलते आरोप लगाए जा रहे हैं। पर्यटन मंत्री ने कहा कि वह शिवसेना के संस्थापक और दिवंगत बाल ठाकरे के प्रपौत्र हैं और ऐसा कोई काम नहीं करेंगे जिससे महाराष्ट्र और उनके परिवार की छवि पर आंच आए। आदित्य ठाकरे ने ट्विटर पर जारी बयान में कहा कि महाराष्ट्र सरकार कोविड-19 से निपटने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है और जो लोग संभवत: एमवीए (महाराष्ट्र विकास अगाडी) की लोकप्रियता से जल रहे हैं उन्होंने मौत के मामले में गंदी राजनीति शुरू कर दी है।
उन्होंने कहा कि किसी की मौत से फायदा उठाना मानवता पर धब्बा है। वास्तव में इस प्रकरण से उनका कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि बॉलीवुड मुंबई का महत्पूर्ण हिस्सा है और रोजगार के लिए हजारों लोग फिल्म उद्योग पर निर्भर हैं। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के 30 वर्षीय बेटे ने कहा कि बॉलीवुड में कई लोगों के साथ उनका सौहार्दपूर्ण संबंध है और यह कोई अपराध नहीं है।
उन्होंने दावा किया कि राजपूत मामले में जांच को भटकाने का प्रयास किया जा रहा है। इसकी जांच मुंबई और पटना पुलिस कर रही है। आदित्य ठाकरे ने कहा कि राजपूत की मौत दुर्भाग्यपूर्ण मामला है और निराशाजनक भी है और मुंबई पुलिस इसकी विस्तृत जांच कर रही है।