रायपुर : छत्तीसगढ़ में चर्चित सेक्स सीडी कांड मामले से कथित तौर पर जुड़े रायपुर के एक व्यावसायी ने मंगलवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। मृतक का नाम रिंकू खनूजा था। सीबीआई ने लगातार तीन बार उससे पूछताछ की थी। रायपुर के श्याम नगर में रहने वाले रिंकू खनूजा ने अपने दफ्तर में खुदकुशी कर ली। खनूजा प्रॉपर्टी और ऑटोमोबाइल का कारोबार करते थे. बताया जाता है कि रिंकू खनूजा सोमवार की शाम से ही अपने घर से लापता थे। उनकी खोजबीन में पूरा परिवार जुटा था। इससे पहले कि परिजन पुलिस सूचना देते, पड़ोसियों ने बताया कि रिंकू ने अपने दफ्तर में खुदकुशी कर ली। ये ख़बर सुनते ही परिजनों के होश उड़ गए। सब बदहवास हालत में उसके दफ्तर पहुंचे. पुलिस को घटना की जानकारी दी गई।
रिंकू खनूजा की मां शोभा रानी ने आरोप लगाया कि सोमवार को सीबीआई की टीम ने उसे प्रताड़ित किया था। हालांकि सीबीआई किसी भी तरह की प्रताड़ना से इनकार कर रही है। सीबीआई के डीएसपी रिछपाल सिंह के मुताबिक वे खुद इस घटना की जानकारी लगने के बाद हैरत में हैं। पुलिस ने रिंकू का शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मौके से कोई सुसाइड नोट मिलने की जानकारी भी पुलिस ने नहीं दी है। अलबत्ता यह माना जा रहा है कि उसने अपने परिजनों को एसएमएस के जरिए आत्महत्या जैसा कदम उठाए जाने की जानकारी दी थी. मैसेज में उसने लिखा था कि मेरा आखिरी नमस्कार। लेकिन परिजनों का ध्यान एसएमएस बॉक्स पर नहीं गया। माना जा रहा है कि रिंकू के मोबाइल और लैपटॉप में सुसाइड नोट भी हो।
पुलिस ने उसके दफ्तर को सील कर दिया है। बताते चलें कि छत्तीसगढ़ के डर्टी सीडीकांड में दिल्ली के पत्रकार विनोद वर्मा की गिरफ्तारी की गई थी। हालांकि बाद में विनोद वर्मा जमानत पर रिहा हो गए। सीडी के निर्माण और उसे वायरल करने के मामले में सीबीआई ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल से करीब तीन घंटे तक पूछताछ भी की। सीबीआई उनके बयान दर्ज कर चुकी है। जबकि स्थानीय बीजेपी नेता कैलाश मुरारका, होटल व्यवसाई लवली, भिलाई के कारोबारी विजय भाटिया, कांग्रेस प्रवक्ता आर.पी.सिंह, भिलाई के मेयर देवेंद्र यादव और स्थानीय पत्रकारों से सीबीआई ने लंबी पूछताछ की और सभी के बयान दर्ज किए हैं। बताया जाता है कि रिंकू खनूजा और कुछ संदिग्ध लोगों को आमने सामने बैठाकर सीबीआई पूछताछ करने में जुटी थी। इससे पहले ही रिंकू खनूजा ने आत्महत्या कर ली।
गौरतलब है कि करीब 8 माह पहले 27 अक्टूबर 2017 को राज्य के PWD मंत्री राजेश मूणत की एक कथित डर्टी सीडी सामने आई थी। इस सीडी ने प्रदेश की राजनीति में बवाल मचा दिया था। मामले ने इतना तूल पकड़ा कि मुख्यमंत्री रमन सिंह ने डर्टी सीडी की असलियत सामने लाने के लिए सीबीआई जांच की सिफारिश की थी। अब सीबीआई ने इस मामले की जांच तेज कर दी है। लेकिन रिंकू खनूजा की मौत से मामला और उलझ गया है। यह जांच का विषय है कि आखिर रिंकू खनूजा को आत्महत्या जैसा कदम क्यों उठाना पड़ा। बताया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ पुलिस के समक्ष रिंकू खनूजा के परिजनों ने सीबीआई के खिलाफ प्रताड़ना संबंधी बयान दर्ज कराए हैं। फिलहाल, प्रारंभिक जांच के लिए पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इन्तजार है।
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