देहरादून : बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा कांग्रेस भवन पहुंचकर किया गए उत्पात और हंगामा मामले में दारोगा शांति प्रसाद चमोली को सस्पेंड किया गया है। डीआईजी की रिपोर्ट के आधार पर एसएसपी ने ये एक्शन लिया। दारोगा घटना के समय बिंदाल चौकी में तैनात थे। कांग्रेस भवन हंगामा मामले में ये पहली कार्रवाई है।
इसको लेकर एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने कहा कि पुलिस ने जांच के दौरान घटना के वीडियो को अच्छी तरह चेक किया है। वीडियो में साफ दिख रहा है कि बैरियर पर भीड़ को रोकने का प्रयास नहीं किया। भीड़ को रोकने वाले बेरीकेडिंग को छोड़कर दारोगा शांति प्रसाद चमाली मुंह फेरकर चलते बने।
पुलिस ने जांच रिपोर्ट के आधार पर प्रथम दृष्टया ये कार्रवाई की गई है। हालांकि, पुलिस के इस एक्शन के बाद सीधा सवाल उठ रहा है कि सीओ सिटी पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई जबकि उनपर ये आरोप था।
क्या था पूरा मामला
राफेल मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राहुल गांधी ने बयान दिया था कि चौकीदार ही चोर है। इस बयान से नाराज बीजेपी कार्यकर्ता बीते 19 दिसंबर को इसके विरोध में कांग्रेस मुख्यालय पहुंच गए थे। इस दौरान दोनों पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच तीखी झड़प और हाथापाई हुई।पुलिस ने नाकेबंदी करते हुए कनक चौक और ओरियंट सिनेमा के सामने बैरिकेडिंग लगाये थे लेकिन भाजपा कार्यकर्ताओं ने बैरिकेडिंग को जबरन हटाकर कांग्रेस मुख्यालय की ओर कूच किया।
भाजपा कार्यकर्ताओं ने उग्र विरोध प्रदर्शन करते हुये कांग्रेस मुख्यालय में सारे पोस्टर फाड़ डाले। ये देख कांग्रेसी भी आग बबूला हो गये और भाजपाइयों से भिड़ गये। मामला इतना बढ़ गया कि दोनों पार्टियों के कार्यकर्ता सड़क पर उतर आये। माहौल बिगड़ने की आशंका पर पुलिस भी मौके पर पहुंची थी। किसी तरह मामले को शांत किया गया।