महाराष्ट्र में हनुमान चालीसा को लेकर शुरू हुई लड़ाई ने दिल्ली का रुख कर लिया है। विवाद को लेकर गिरफ्तार हुईं अमरावती सांसद नवनीत राणा रिहाई के बाद आज दिल्ली का दौरा करने वाली हैं। नवनीत राणा पति रवि राणा के साथ खार से सीधा दिल्ली के लिए निकलेंगी और और गृह मंत्रालय जाएंगे। इस दौरान प्रोटोकॉल के तहत नवनीत लोकसभा स्पीकर से मिलेंगी और पूरे मामले की शिकायत भी करेंगी।
अस्पताल से बाहर आते ही नवनीत राणा के आक्रामक तेवर
इससे पहले लोक सभा सांसद नवनीत राणा को स्पोंडिलोसिस के इलाज के लिए बीते गुरुवार की सुबह भायखला जेल से मुंबई के जेजे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें तीन दिन बाद रविवार को अस्पताल से छुट्टी मिली। अस्पताल से बाहर आते ही सांसद ने उद्धव सरकार को आक्रमक तेवर दिखाए।
नवनीत राणा ने कहा कि हनुमान चालीसा पढ़ने के लिए मैं 14 दिन क्या 14 साल जेल की सलाखों के पीछे बिताने के लिए तैयार हूं। साथ ही नवनीत राणा ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को सीधी चुनौती देते हुए कहा कि आप राज्य में खिन भी चुनाव लड़ लें, मैं आपके खिलाफ चुनाव लड़ूंगी। आने वाले निगम चुनावों में मैं पूरी ताकत के साथ जनता के बिच और उनके समक्ष जाउंगी।
उन्होंने कहा कि जनता सीएम ठाकरे को बताएगी भगवान राम और हनुमान का नाम लेने वालों को परेशान करने का क्या परिणाम होता है। राणा ने कहा कि मैं कोर्ट के आदेश का सम्मान करती हूं, लेकिन मैं खुद के साथ हुए अत्याचार के लिए आवाज उठाउंगी।
हनुमान चालीसा को लेकर शिवसेना Vs बीजेपी
गौरतलब है कि हनुमान चालीसा को लेकर शुरू हुआ विवाद शिवसेना बनाम बीजेपी की लड़ाई बनता जा रहा है।शनिवार को महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने मुंबई के लीलावती अस्पताल में अमरावती सांसद नवनीत राणा से मुलाकात की।
फडणवीस ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में हनुमान चालीसा के पाठ के मुद्दे पर राणा दंपत्ति का समर्थन किया था। उन्होंने पूछा था कि "अगर यहांहनुमान चालीसा का पाठ नहीं होगा तो क्या पाकिस्तान में होगा?" वहीं शिवसेना इस विवाद के पीछे सीधे तौर पर बीजेपी की भूमिका बता रही है।