मध्य प्रदेश के इंदौर में एक बड़े ड्रग्स रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है। इस मामले में पुलिस ने 8 लोगों को गिरफ्तार किया है। इंदौर में गिरोह की सरगना प्रीति जैन (ड्रग्स वाली आंटी) भी पुलिस शिकंजे में है। ड्रग्स वाली इस आंटी के तार दिल्ली, मुंबई और गोवा ही नहीं नाइजीरिया तक जुड़े हुए हैं।
मुख्यमंत्री चौहान ने शुक्रवार को राज्य में नशा विरोधी अभियान चलाए जाने को लेकर प्रमुख अधिकारियों की बैठक ली। इस बैठक में उन्होंने इंदौर में ड्रग माफियाओं के खिलाफ पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा कि इंदौर की तथाकथित ड्रग वाली आंटी के तार दिल्ली, गोवा, मुंबई तथा नाइजीरिया से भी जुड़े हुए हैं।
देश में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो भारत सरकार द्वारा आगामी 15 दिसंबर से 22 दिसंबर तक नशा विरोधी विशेष अभियान चलाया जाना है, इसको लेकर मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि इस संबंध में प्रदेश में सघन अभियान चला कर नशीली वस्तुओं का कारोबार करने वालों को नेस्तनाबूद कर दिया जाए।
भारत सरकार के नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो द्वारा प्रदेश के 15 जिलों की सूची भिजवाई है, जहां नशीली वस्तुओं का कारोबार अधिक पाया गया है। इनमें इंदौर, उज्जैन, मंदसौर, नीमच, भोपाल, जबलपुर, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, होशंगाबाद, रतलाम, ग्वालियर, सतना, सागर, दतिया तथा रीवा शामिल है। इसके अलावा विदिशा, पिपरिया, आगर-मालवा क्षेत्र भी संवेदनशील है। इन सभी क्षेत्रों में अधिक मामले सामने आए हैं।
राज्य के कुछ स्थानों पर जिम, पब, क्लब, कॉलेजों की कैंटीन, स्कूलों के आसपास ड्रग्स एवं नशीले पदार्थो की सप्लाई की कोशिश के मामले सामने आए हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि, “केमिकल अत्यंत खतरनाक होते हैं। इंदौर में जहां केमिकल ड्रग सप्लाई का बड़ा मामला सामने आया है, वहीं भोपाल, विदिशा, भिंड, उज्जैन, रतलाम में स्मैक सप्लाई के मामले सामने आए हैं। जनता को नशे के दुष्प्रभावों के संबंध में जागरूक किया जाना चाहिए।”