मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में ऑक्सफोर्ड कॉलेज के गरबा कार्यक्रम को लेकर ज़बरदस्त हंगामा मचा हुआ है। 800 बच्चों को बुलाने की परमिशन लेने के बाद 5 हजार से अधिक बच्चों को गरबा इवेंट में बुलाने पर पुलिस ने कॉलेज डायरेक्टर के खिलाफ गड़बड़ी के आरोप में केस दर्ज किया गया है। वहीं बजरंग दल ने गरबा इवेंट में हिस्सा ले रहे चार गैर-हिंदू लड़कों को पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया।
पुलिस का कहना है कि मात्र 800 स्टूडेंट्स के लिए परमिशन ली गई थी जबकि 5000 से ज्यादा लोगों की भीड़ एकत्रित हुई। यह धार्मिक कार्यक्रम नहीं था। कार्यक्रम के दौरान कोविड-19 गाइडलाइंस का धड़ल्ले से उल्लंघन किया गया। लोकल पुलिस स्टेशन को इवेंट की सूचना नहीं दी गई थी।
धार्मिक गरबा पूजन से अलग था इवेंट
गांधीनगर पुलिस स्टेशन के TI संतोष यादव का कहना है कि ऑक्सफोर्ड कॉलेज में आयोजित किया गया इवेंट नवरात्रि पर आयोजित होने वाले पारंपरिक धार्मिक गरबा पूजन कार्यक्रम से अलग था। कार्यक्रम के दौरान हबीब, वाजिद, शाहिद, अदनान और अय्यूब उपस्थित थे जिनके खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्यवाही की गई है। कॉलेज के संचालक और इवेंट के ऑर्गेनाइजर अक्षांशु तिवारी पर भी केस दर्ज किया है।
बजरंग दल के कॉलेज पर लगाया “व्यवसायीकरण” का आरोप
बजरंग दल और विहिप के जिला प्रभारी तरुण देवड़ा ने पुलिस को पत्र लिखकर कहा कि एसडीएम ने कॉलेज को 800 छात्रों के साथ गरबा के लिए कोविड मानदंडों के अनुरूप अनुमति दी थी, लेकिन इसने लगभग 3,000 लोगों को टिकट बेचे थे। बजरंग दल ने कॉलेज पर “व्यवसायीकरण” का आरोप लगाते हुए कहा कि इवेंट में “युवा महिलाओं” को इकट्ठा किया और “लव जिहाद” को बढ़ावा दिया, “घटना की शुद्धता को विकृत किया”। यह धार्मिक कार्यक्रम नहीं था बल्कि गरबा के नाम पर फिल्मी गानों पर डांस का इवेंट आयोजित किया गया था।