देहरादून : अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर शुक्रवार को समूचा उत्तराखंड योग अभ्यास में लीन रहा। राज्य के सभी 13 जनपद मुख्यालय ही नहीं, बल्कि ग्रामीण स्तर तक हर आयु वर्ग के स्त्री, पुरुष योग करते दिखे। योग दिवस पर मुख्य आयोजन देहरादून के पैवेलियन ग्राउंड में आयोजित हुआ।
जिसमें मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने हजारों योग साधकों के साथ योगाभ्यास किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि नियमित योगाभ्यास हमें मानसिक व शारीरिक रूप से स्वस्थ रखने में मददगार होता है। योगाभ्यास को अपनी दिनचर्या में लाना जरूरी है।
योग को जन आन्दोलन बनाने के लिए आम आदमी की सहभागिता को जरूरी बताते हुए कहा कि योग की धारा देवभूमि उत्तराखण्ड से प्रवाहित हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि योग भारतीय सभ्यता, संस्कृति तथा जीवन शैली का अभिन्न अंग रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सार्थक प्रयासों से योग को अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिलना भारत के लिए गर्व की बात है।
60 हजार से अधिक लोगों ने किया योगाभ्यास
उन्होंने कहा कि गत वर्ष प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गरिमामयी उपस्थित में देहरादून में 60 हजार से अधिक लोगों ने योगाभ्यास किया। जिससे देवभूमि व योग भूमि उत्तराखण्ड को विश्वभर में अलग पहचान मिली। उन्होंने कहा कि आत्मा व परमात्मा के मिलन का एकमात्र साधन योग है।
इस अवसर पर उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डाॅ. धन सिंह रावत, विधायक खजान दास, मुन्ना सिंह चौहान, गोपाल रावत, मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह, डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी, सचिव आयुष अरविन्द सिंह ह्यांकी आदि उपस्थित थे।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने जोगीवाला स्थित स्काई गार्डन में न्यू इंडिया एक्सप्रेस ग्रुप द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। उधर, राजभवन परिसर में राज्यपाल बेबी रानी मौर्य तथा राजभवन के सभी अधिकारियों-कर्मचारियों ने योगाभ्यास किया।
अपने सम्बोधन में राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने कहा कि ‘योग’ पूरे विश्व को भारत द्वारा दिया गया अमूल्य उपहार है। यह एक प्राचीन परंपरा और आध्यात्मिक अनुशासन है, जिसमें तन, मन और प्रकृति के बीच एकात्म भाव स्थापित किया जाता है।
उत्तराखण्ड में 250 वैलनेस सेंटर बनाये जाएंगे
आयुष मंत्री डाॅ. हरक सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड योग की भूमि रही है। हजारों सालों से ऋषि-मुनियों, महात्माओं ने यहां से देश और दुनिया को योग के माध्यम से स्वस्थ रहने की प्रेरणा दी है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में 250 वैलनेस सेंटर बनाये जायेंगे।
एक स्वस्थ जीवन की कल्पना योग से ही जा सकती है। प्रधानमंत्री ने श्री केदारनाथ में योग साधना कर बाबा केदार का आशीर्वाद लिया। श्री केदारनाथ की यात्रा के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में इससे काफी वृद्धि हुई है।
– सुनील तलवाड़