मसूरी : नगर पालिका परिषद मसूरी का गठन हुए अभी आठ माह भी पूरे नहीं हुए कि सभासदों में सिर फुटौव्वल शुरू हो गया और एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे हैं। सभासद जसबीर कौर ने कहा कि उन्होंने कंपनी बाग व एक्वेरियम में हो रही अनियमितता की जांच की मांग की है न कि किसी पर आरोप लगाये हैं। पत्रकारों से बातचीत में सभासद जसबीर कौर ने कहा कि जब पालिका बोर्ड की पहली बैठक हुई थी तब सभी 13 सभासदों ने कंपनी बाग व एक्वेरियम में हो रही अनियमितताओं की जांच की मांग की थी।
जिसमें कहा गया था कि किस नियम के अनुसार प्रवेश शुल्क बढ़ाया गया और किस नियम के आधार पर कंपनी बाग में किरायेदारों ने किरायेदार रखे। जो अनुबंध कंपनी बाग व एक्वेरियम को हो रखा है उसे देखना चाहिए। उन्होंने लिखित पत्र अध्यक्ष को दिया था। इस पर अध्यक्ष ने तब इस पर कोई निर्णय नहीं लिया। उसके बाद पांच सभासद अध्यक्ष के पक्ष में चले गये व आठ सभासदों ने फिर कंपनी बाग व एक्वेरियम की जांच कराने के लिए एक पत्र दिया। लेकिन उसके बाद दो और सभासद इस मामले से निकल गये और अब छह सभासद जांच की मांग कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यह आश्चर्य की बात है कि जिन्होंने यह मामला उठाया वह आज उनके पक्ष में हो गये जिससे साफ है कि इसमें कोई घालमेल है। उन्होंने मांग की कि पालिका प्रशासन को इसकी जांच करनी चाहिए। कि आखिर कैसे उन्होंने प्रवेश शुल्क बढाया व कैसे वैक्स म्युजियम व हारर की सबलैटिंग की गई। उन्होंने यह भी कहा कि जो सभासद अध्यक्ष की गोद में बैठ गये हैं उसके पीछे बड़ा खेल हुआ है। उन्होंने यह भी कहा जो लोग यह कह रहे हैं कि विरोध इसलिए हो रहा है कि पालिका कर समिति में उन्हें नहीं लिया गया यह बेबुनियाद है।
जिलाधिकारी से भी करेंगी शिकायत
अगर कंपनी बाग व एक्वेरियम में हो रही अनियमितताओं की जांच नहीं की गई तो वह जिलाधिकारी को अवगत करा जांच की मांग करेंगे। वहीं पालिका के विभिन्न विभागों में हो रही अनियमितताओं की बात भी उठायेंगे, क्योंकि जिस सभासद को कर समिति का अध्यक्ष बनाया गया है उसके भ्रष्टाचार का वीडियों पहले ही वाइरल हो चुका है और उसके बाद भी अध्यक्ष अनुज गुप्ता ने उन्हें कर समिति का दायित्व सौंपा है।
इस संबध में पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता ने कंपनीबाग व एक्वेरियम में किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार को सिरे ने नकार दिया। उन्होंने कहा कि जो सभासद विरोध कर रहे हैं उन्हें कर समिति में स्थान न मिलने पर बौखला कर आरोप लगा रहे हैं।