मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और उनके परिवार के सोने और मुद्रा तस्करी मामले में कथित संलिप्तता के स्वप्ना सुरेश के खुलासों के मद्देनजर एमआर अजित कुमार आईपीएस, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक को उनके पद से हटा दिया गया है। स्वप्ना सुरेश मामले में मुख्य आरोपी हैं। यह डवलपमेंट शुक्रवार देर रात की है।
इस सप्ताह की शुरुआत में अपने खुलासे में स्वप्ना ने कहा था कि एक बिचौलिए शाज किरण ने कुमार और एक अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक- कानून और व्यवस्था (जिसका उन्होंने नाम नहीं लिया) के बीच संबंध का उल्लेख किया था। कुमार ने चुप्पी साध ली, एडीजीपी कानून और व्यवस्था- विजय साखरे ने कहा कि उन्हें इस बात का कोई सबूत नहीं है कि उनका नाम क्यों घसीटा जा रहा है जबकि इसमें उनकी कोई भूमिका नहीं थी।
इस बीच, 3 जून को वोटों की गिनती के दौरान थ्रीक्काकारा उपचुनाव में अपने उम्मीदवार के हारने के बाद मीडिया से बात करने वाले विजयन की तबीयत खराब हो गई थी। कोट्टायम में उनके कार्यक्रम को कवर कर रहे मीडियाकर्मियों को शनिवार को उनके पहुंचने से एक घंटे पहले कार्यक्रम स्थल के अंदर मौजूद रहने को कहा गया। साथ ही, किसी को भी काले रंग का फेस मास्क पहनने की अनुमति नहीं होगी। इस तरह की सावधानी एक अपवाद है क्योंकि इस तरह के दिशानिर्देश तभी जारी किए जाते हैं जब प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति राज्य का दौरा करते हैं।
खुलासे के बाद से अब तक किसी भी मीडियाकर्मी को उनके पास नहीं जाने दिया गया है। पूर्व गृह मंत्री चेन्नीथला ने कहा, “मामले में उनकी भूमिका सामने आनी चाहिए। वह पुलिस के एक किले के अंदर छिपे हुए हैं क्योंकि उन्हें मीडिया का डर है।” इस बीच, सोमवार से मीडिया में छाईं स्वप्ना ने कहा है कि वह अस्वस्थ हैं और आने वाले दो दिनों तक मीडिया से मुलाकात नहीं करेंगी।