क्या स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल (SUV) में इतनी जगह होती है कि उसमें किसी का रेप किया जा सके? ये सवाल आपको बेहद ही अजीब और हैरान करने वाला लग रहा होगा। इस सवाल से ज्यादा हैरानी आपको इस बात से होगी कि ये सवाल वडोदरा के रोड ट्रांसपोर्ट ऑफिस (RTO) से वहां के लोकल क्राइम ब्रांच ने किया।
रेप के एक मामले में जांच कर रही लोकल क्राइम ब्रांच ने RTO से यह पूछा कि किया स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल (SUV) में इतनी जगह होती है कि उसमें किसी का रेप किया जा सके? इसके अलावा पुलिस ने सेंट्रल लॉकिंग सिस्टम की स्थिति के बारे में भी रिपोर्ट मांगी है।
वडोदरा RTO के अधिकारियों ने कहा है कि इस तरह का यह पहला अनुरोध है जिसमें रेप में शामिल किसी वाहन की जांच करने का अनुरोध किया गया है। बता दें कि जिस गाड़ी को लेकर पूछताछ हो रही है उसके मालिक भद्र पटेल हैं। यह पादरा नगर पालिका और कृषि उपज मंडी निगम के पूर्व निदेशक है। बता दें कि उनका पुराना क्राइम रिकॉर्ड भी रहा है।
रिपोर्ट के मुताबिक, RTO के अधिकारी खुद इस तरह के सवाल से हैरान हैं। एक समाचार पत्र ने आरटीओ के एक अधिकारी के हवाले से कहा, ‘RTO केवल गणितीय रिपोर्ट दे सकता है। विभाग निश्चित रूप से इस बात पर विचार नहीं कर सकता कि उस जगह पर अपराध हुआ है या नहीं। यह साबित करने के लिए पुलिस का काम है।
क्राइम ब्रांच के ऑफिसर दिवानसिन वाला ने बताया है कि शिकायत के आधार पर वो ये पता लगाना चाहते हैं कि क्या रेप जैसी कोई घटना गाड़ी की पिछली सीट पर हो सकती है। उन्होंने कहा, ‘कार में मौजूद लेग स्पेस अपराध को अंजाम देने के लिए पर्याप्त है या नहीं यह पता लगाने के लिए क्राइम ब्रांच ने महिला और आरोपी की लंबाई की भी जांच की।’ इसके अलावा उन्होंने ये भी कहा कि वो ये पता लगाना चाहते हैं कि घटना के वक्त अगर कार रुकी हुई थी तो पीड़िता ने भागने की कोशिश क्यों नहीं की। लिहाजा गाड़ी के लॉकिंग सिस्टम के बारे में पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं।’
भावेश पटेल के खिलाफ 18 और अलग-अलग मामलों में जांच चल रही है। रेप की ये कथित घटना 26 और 27 की दरमियानी रात को हुई। पुलिस को इस घटना के बारे में 30 अप्रैल को शिकायत मिली। इसके बाद आरोपी को 2 मई को राजस्थान से गिरफ्तार कर लिया गया। पटेल फिलहाल न्यायिक हिरासत में है।