दिल्ली के उत्तर पूर्वी क्षेत्र में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर तीन दिन तक हुई हिंसा में मरने वाले लोगों की संख्या 41 हो गई है। सीएए के खिलाफ फैली यह हिंसा अब लगभग थम गई है लेकिन इस मुद्दे पर राजनैतिक माहौल पूरा गरम है।
इस बीच पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने राष्ट्रीय राजधानी में हिंसा की हालिया घटनाओं की शुक्रवार को निंदा की और इसे बढ़ावा देने में भूमिका निभाने वाले लोगों की आलोचना की। नफरत को हिंसा का एक अन्य रूप बताते हुए धनखड़ ने कहा कि इस पर चुप रहना भी मानवता के खिलाफ एक अपराध है।
Those who see in violence prospects of growth or opportunity are just not civil. Violence in thought /action calls for unqualified condemnation. To hate one form of violence and ignore or observe silence on the other is a crime against humanity. Such selective approach inhuman.
— Governor West Bengal Jagdeep Dhankhar (@jdhankhar1) February 28, 2020
जगदीप धनखड़ ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा , ‘‘जो लोग हिंसा में वृद्धि की संभावना या अवसर देखते हैं वे सभ्य नहीं हैं। हिंसा में उनका विचार निंदनीय है। नफरत करना हिंसा का एक रूप है और चुप रहना या नजरअंदाज करना भी मानवता के खिलाफ एक अपराध है। ऐसा चुनिंदा रुख अमानवीय है।’’