भोपाल (मनीष शर्मा) भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग चलाने वाले आईएएस अधिकारी लोकेश जांगिड़ एक-दो दिन में निलंबित हो सकते हैं। वरिष्ठ अधिकारियों की आंख की किरकिरी बने जांगिड़ का तबादला हरियाणा के आईएएस अधिकारी अशोक खेमका की तरह 54 महीनों की सर्विस में 9 बार हुआ यानी लगभग हर 6 महीने में एक बार। जांगिड़ के तबादलों को लेकर सरकार की पूरे देश में किरकिरी हो रही है।
▪️यह है मामला-
मध्य प्रदेश कैडर के आईएएस अधिकारी लोकेश कुमार जांगिड़ इन दिनों सुर्खियों में हैं। लोकेश कुमार को आईएएस अधिकारियों के एक निजी सोशल मीडिया समूह पर राज्य के नौकरशाहों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर चैट वायरल होने के बाद सरकार ने कारण बताओ नोटिस भेजा गया है। जांगिड़ ने बुरहानपुर के कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा पर कोरोना का हाल में ऑक्सीजन कंटेस्टर खरीदी में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है और उसको लेकर मध्य प्रदेश आईएएस एसोसिएशन के ग्रुप में सार्वजनिक तौर पर कलेक्टर शिवराज वर्मा पर आरोप लगाया कि वह उन्हें हटाने के लिए मुख्यमंत्री सचिवालय के एक अधिकारी को फोन किए थे।
विवाद होने के बाद लोकेश जांगिड़ ने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए 11 जून को डीओपीटी के सचिव और मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव को इंटर कैडर प्रतिनियुक्ति पर तीन वर्ष के लिए मध्य प्रदेश से महाराष्ट्र जाने के लिए आवेदन किया है। लेकिन लीक पोस्ट में उन्होंने संकेत दिया है कि भ्रष्टाचार को बर्दाश्त करने में असमर्थता के कारण उनका बार-बार तबादला किया जा रहा है। उन्होंने दावा किया है कि साढ़े चार साल में उनका नौ बार तबादला हुआ है।
▪️निलंबन का कारण-
आईएएस अधिकारी लोकेश जांगिड़ ने प्रधान सचिव (कार्मिक) दीप्ति गौड़ मुखर्जी की टेप बातचीत को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया है। इसके लिए जांगिड़ को नोटिस जारी किया गया है। उसमें ये बताने को कहा गया है कि एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी की बातचीत को सार्वजनिक करने के लिए उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जानी चाहिए।
सूत्रों के मुताबिक आने वाले दिनों में जांगिड़ को सस्पेंड किया जा सकता है। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग का कहना है कि एक अधिकारी को अनुशासन में रहना चाहिए। मंत्री के मुताबिक किसी वरिष्ठ अधिकारी की बातचीत को टेप करना और उसे सोशल पर वायरल करना अपराध है। सारंग ने कहा कि जिस तरह से चैट को वायरल किया गया, वह नैतिकता के खिलाफ है। सारंग ने कहा कि जांगिड़ को नोटिस के जवाब में अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए और उनके (लोकेश जांगिड़) के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।