झारखंड कांग्रेस ने बीजेपी IT सेल के प्रमुख अमित मालवीय, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी एवं प्रीति गांधी के खिलाफ कोतवाली थाना रांची में एफआईआर डार्क करवाई है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने बीजेपी के तीनों नेताओं पर राष्ट्रीय प्रवक्ता अजय कुमार के बयान को तोड़ मरोड़कर पेश करने का आरोप लगाया है।
राजीव रंजन प्रसाद ने सोमवार को कहा कि तीनों नें सोची समझी साजिश के तहत अपने सोशल नेटवर्किंग हैंडल पर अजय कुमार के बयान को तोड़ मरोड़कर एक मिनट के वीडियो में से सिर्फ 10 सेकंड का वीडियो अपलोड कर अजय कुमार एवं कांग्रेस पार्टी की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया है जो कानूनन गलत है।
उन्होंने कहा बीजेपी नेताओं के द्वारा राष्ट्रपति जैसे गरिमामयी पद के चुनाव के ठीक पहले सोची समझी रणनीति के तहत कांग्रेस पार्टी को बदनाम करने की नियत से एवं अजय कुमार की छवि धूमिल करने की कोशिश की है। ऐसा कर बीजेपी ने आदिवासी समाज का अपमान तो किया ही साथ ही साथ द्रौपदी मुर्मू का भी अपमान किया है।
आदिवासी सशक्तिकरण या उत्थान से BJP का कोई लेना देना नहीं
अजय कुमार ने अपने बयान के शुरूआत में ही राष्ट्रपति पद के दोनों उम्मीदवार की प्रशंसा की उसे एडिट कर साजिशन यह कृत्य किया गया है जो आईपीसी की धारा 153-ना 415, 469,499,500 505(2) के तहत कानून के उल्लंघन का कृत्य है इसलिए कांग्रेस पार्टी का एक सजग राजनैतिक दल होने के नाते यह दायित्व बनता है कि आदिवासी समाज के बीच बीजेपी के राजनैतिक विद्वेष और आरएसएस की विभाजनकारी विचारधारा के चलते किसी प्रकार की भ्रांति फैले।
बीजेपी को आदिवासी सशक्तिकरण या उत्थान से कोई लेना देना नहीं है सिर्फ चुनावी नफा नुक्सान के तहत किसी समाज अथवा धर्म से जोड़कर ध्रुवीकरण का खेल इनकी आदत बन गयी है। अमित मालवीय तो लगतार ऐसी हरकत करते रहते हैं पर देश का दुर्भाज्ञ है की संवैधानिक पद पर बैठ कर केंद्रीय मंत्री स्मृती ईरानी के द्वारा इस प्रकार का गैर कानूनी कृत्य किया गया है जिसकी जितनी निंदा की जाए वो कम है।
एफआईआर दर्ज करवाने वालों में प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद, डॉ एम तौसिफ, सतीश पॉल मूंजनी, राकेश सिन्हा, ज्योति सिंह मथारू, कुमार राजा, गौतम उपाध्याय, गौरव सिंह, राजीव चौधरी, अजय सिंह, योगेंद्र सिंह बेनी प्रमुख रुप से शामिल थे।
राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि बीजेपी के ऐसे किसी प्रयास का कांग्रेस पार्टी इसी प्रकार जवाब देगी। देश और झारखंड की आदिवासी जनता बीजेपी की असलियत जानती है और इसलिए 28 में से 26 सीटों पर इन्हे खारिज कर चुकी है उपचुनाव में भी दो आदिवासी समाज के लिए आरक्षित सीट पर विश्वास रैली कर के भी उनका भरोसा हासिल न करने वालों ने गलत तरीके से भ्रांति फैला कर आदिवासी समाज और द्रौपदी मुर्मू को कुत्सित राजनीति के चलते अपमानित किया है।
उन्होंने कहा की कांग्रेस पार्टी ने आदिवासी समाज को संवैधानिक सुरक्षा मिले इसके लिए कानून बनाए वहीं बीजेपी ने सत्ता में आने के सिर्फ उनके संविधान प्रदत्त अधिकारों में कटौती की अथवा इसका प्रयास किया है। गवर्नर रहते स्वयं द्रौपदी मुर्मू इसकी गवाह रही हैं। सीएनटी एसपीटी एक्ट में बदलाव का प्रयास की फाइल उन्होंने लौटाई थी हाल ही में वनाधिकार कानून में बदलाव इसका प्रमाण है।
एम्पॉवरमेंट के नाम टोकेनिज्म का सहारा लेना बंद करे BJP
उन्होंने कहा की बीजेपी एम्पॉवरमेंट के नाम टोकेनिज्म का सहारा लेना बंद करे। बीजेपी के सत्ता में आने के बाद राष्ट्रीय अपराध रेकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़े इस बात का प्रमाण है कि आदिवासी समाज के ऊपर देश भर में 8272 मामले दर्ज हैं। 9.3 प्रतिशत का उछाल है। एनसीआरबी के अनुसार अदालतों में कम से कम 10,302 मामले लंबित हैं। झारखंड में साइको गोलीकांड, बड़कागांव रामगढ़ और गोड्डा गोलीकांड आदिवासी छात्रावास में पुलिस द्वारा किया गया बर्बरता पूर्ण कारवाई को लोगों ने भुलाया नहीं है।