झारखंड के गुमला जिले में मानवता को शर्मसार करने वाली घटना घटी है। दो नाबालिग बहनों के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ है। मामला बिशुनपुर के गुरदरी थाना क्षेत्र का है। शुक्रवार की शाम दो बहने अपने चचेरे भाई के साथ दशहरा मेला देखकर लौट रही थी। इसी दौरान प्रेम नाम के एक युवक ने रास्ता रोका और छेड़खानी करने की कोशिश की. इसका विरोध करने पर उसने अन्य युवकों के साथ मिलकर चचेरे भाई को पीटकर भगा दिया और फिर सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया, हालांकि सूचना के अनुसार एक आरोपी ने गिरफ्तारी के डर से आत्महत्या कर ली है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि आंकड़े उठाकर देख लीजिए, इस सरकार में आदिवासियों, दलितों पर सबसे ज्यादा अत्याचार हुआ है। उनकी जमीनें लूटी जा रही हैं और सबसे खतरनाक बात यह कि इसमें सत्ताधारी पार्टी के कर्ताधर्ता ही शामिल हैं। कानून और व्यवस्था नाम की कोई चीज इस राज्य में नहीं रह गयी है।
इधर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने आज गुमला के बिशुनपुर जाकर पीड़ित बहनों के परिवार से मुलाकात के बाद कहा कि आदिवासियों की रहनुमाई का दावा करने वाली इस सरकार की आंखों से शर्म का पानी उतर गया है। राज्य सरकार को आड़े हाथों लेते हुए सांसद दीपक प्रकाश ने कहा कि इस सरकार के 19 महीने के अब तक कार्यकाल में लगभग 3100 महिलाएं, बेटियां, बहनें बलात्कार का शिकार हुई हैं। झामुमो ,कांग्रेस, राजद की सरकार मूकदर्शक बनकर यह कुकर्म देख रही है। मुख्यमंत्री में थोड़ी भी नैतिकता है तो वे पीड़ित परिवार से मिलने स्वयं गुमला जायें और उन्हें न्याय दिलाने की पहल करें।
बता दें कि बीते शुक्रवार को गुमला जिले के बिशुनपुर में दुर्गा पूजा मेला से लौट रही दो नाबालिग बहनों के साथ दस युवकों ने सामूहिक बलात्कार किया था। इन लड़कियों के साथ उनके दो चचेरे भाई भी थे, लेकिन अपराधियों ने उन्हें मारपीट कर भगा दिया था और लड़कियों के साथ दुष्कर्म किया था। इस संबंध में बिशुनपुर थाने में मामला दर्ज होने के बाद इस मामले के एक आरोपी ने रविवार रात फांसी लगाकर जान दे दी, जबकि दो अन्य आरोपियों को पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार किया है। दूसरी घटना गढ़वा के कांडी प्रखंड की है, जहां बाजार गयी 14 साल की एक लड़की का गाड़ी पर सवार कुछ लोगों ने अपहरण कर लिया और बिहार के औरंगाबाद ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया।