झारखंड के दुमका में बीते पांच दिनों तक जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रही 16 वर्षीय अंकिता ने रविवार सुबह दम तोड़ दिया। एकतरफा प्यार में असफल शाहरुख नाम के युवक ने अंकिता को जिंदा जला दिया था। अंकिता की मौत के बाद लोग आक्रोशित हो उठे। घटना के विरोध में जगह-जगह प्रदर्शन होने लगे। इससे इलाके में तनाव है। एहतियातन पूरे शहर में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है। शहर में निषेधाज्ञा लागू है।
बता दें कि बीते 23 अगस्त को एकतरफा प्यार में शाहरुख ने खिड़की से पेट्रोल छिड़क कर अंकिता के शरीर में आग लगा दी थी। इससे वह करीब 95 प्रतिशत तक जल गई थी। बाद में गंभीर हालत में उसे रिम्स में भर्ती कराया गया था। यहां इलाज के दौरान रविवार सुबह उसकी मौत हो गई।
कड़ी सुरक्षा के बीच अंकिता की अर्थी को घर से निकाला गया। बेतिया घाट पर उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा बड़ी संख्या में दुमका के लोग अंतिम यात्रा में शामिल हुए। शहर का माहौल ना बिगड़े इसके लिए पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया है।
दुमका के एसडीओ महेश्वर महतो ने बताया कि युवती के मरने की सूचना दुमका पहुंचने पर वहां स्थिति तनावपूर्ण हो गई, वहां दोषी को फांसी देने की मांग को लेकर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और बजरंग दल ने जमकर नारेबाजी की और विरोध प्रदर्शन किया।
दुमका में धारा 144 लागू
उन्होंने बताया कि विरोध प्रदर्शनों के बाद हालात को ध्यान में रखते हुए दुमका शहर में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। इस सिलसिले में गोड्डा से भाजपा सांसद डा. निशिकांत दूबे ने ट्वीट किया है, ‘‘काश दुमका की बेटी अंकिता को हमलोग शाहरुख़ जैसे दरिंदे से बचा पाते।’’
सांसद ने आगे दुमका के पुलिस उपाधीक्षक की भूमिका पर सवाल उठाते हुए लिखा है, ‘‘मुस्लिम पदाधिकारी नूर मुस्तफ़ा का अपराधी का साथ देना देश के लिए घातक। संथालपरगना अपनी बेटी की हत्या के बाद उद्वेलित है।’’इस बीच पुलिस अधीक्षक ने बताया कि दुमका में स्थिति नियंत्रण में है।
हिन्दू संगठनों का विरोध प्रदर्शन
घटना से क्षेत्र में सांप्रदायिक तनाव व्याप्त हो गया है और बजरंग दल एवं विश्व हिंदू परिषद के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने आज दुमका बाजार में बंद रखा और विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने शाहरुख के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाने की मांग की है।
पुलिस ने बताया कि घटना के बाद अंकिता को रांची स्थित रिम्स में भर्ती कराया गया था, जहां कार्यपालक दंडाधिकारी चन्द्रदीप सिंह ने उसका बयान दर्ज किया, जिसे अब पीड़िता का मृत्यु पूर्व अंतिम बयान मान लिया गया है। पुलिस ने बताया कि शाहरुख पिछले कुछ समय से अंकिता को परेशान कर रहा था और जब वह प्रेम संबंध रखने को राजी नहीं हुई तो आरोपी ने धमकी दी थी, ‘‘अगर मेरा कहा नहीं मानेगी तो तुम्हें मार डालूँगा।’’ पुलिस ने आरोपी युवक शाहरुख को गिरफ्तार कर मंगलवार को ही न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया था।