झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने गठबंधन की राजनीति में विकास के लिए स्थिर सरकार का होना जरूरी बताया और कहा कि उनके चार वर्ष के कार्यकाल में राज्य की व्यवस्था ‘कुशासन’ से ‘सुशासन’ में तब्दील हुई है और पहले घोटाले एवं नक्सली आतंक के लिए मशहूर प्रदेश की अब सकारात्मक छवि बनी है।
श्री दास ने आज चार वर्ष का कार्यकाल पूरे करने पर यहां सरकारी आवास पर आयोजित संवाददाता सम्मेलन में सरकार की उपलब्धियां गिनवाते हुये बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की बदौलत ही झारखंड अलग राज्य के रूप में अस्तित्व में आया। इसके बाद प्रदेश में जितनी भी सरकारें बनीं वह राजनीतिक अस्थिरता के कारण जनता की उम्मीदों पर खरी नहीं उतर सकीं।
उन्होंने कहा कि कमजोर सरकारों के पास मजबूत निर्णय लेने की शक्ति नहीं होती। उनकी अधिकांश ऊर्जा अपनी कुर्सी बचाने में नष्ट हो जाती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मौजूदा गठबंधन की राजनीति में विकासमप्र : कमलनाथ की ‘ताकत’ बन रही ‘कमजोरी’
के लिए स्थिर सरकार का होना जरूरी होता है। उन्होंने कहा कि उनके चार वर्ष के कार्यकाल में राज्य की व्यवस्था ‘कुशासन’ से ‘सुशासन’ में तब्दील हुई है।
पहले राज्य घोटाले एवं नक्सली आतंक के लिए मशहूर था लेकिन उनकी स्थिर सरकार के अथक प्रयासों की बदौलत प्रदेश की अब सकारात्मक छवि बनकर उभरी है।
श्री दास ने कहा कि इन चार वर्षों में उनकी सरकार पर घोटाले और भ्रष्टाचार के एक भी आरोप नहीं लगे हैं। ऐसा केवल उनकी मजबूत सरकार की बदौलत संभव हुआ है। उन्होंने कहा कि पुलिस और सुरक्षा बल के जवानों की कठिन परिस्थितियों में भी लगातार जारी कोशिशों के कारण राज्य में नक्सलवाद अपनी अंतिम सांसें गिन रहा है। उन्होंने कहा कि शांति कायम रखने के लिए निर्बाध गति से विकास होना जरूरी है।